Stain Political Parties : दलो के लिए दाग अच्छे है...

Stain Political Parties : दलो के लिए दाग अच्छे है…

Stain Political Parties: Stain is good for parties...

Stain Political Parties

Stain Political Parties : उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इनके लिए राजनीतिक दलों ने टिकटों का बंटवारा शुरू कर दिया है। टिकट के लिए सभी दलों में मारकांट मची हुई है। एक अनार और बीमार वाली स्थिति है। जिस भी दावेदार को टिकट नहीं मिल रहा है। वह पार्टि नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप लगा रहा है। वहीं कहीं दावेदार टिकट से वंचित होने पर पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में जा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा भगदड़ मची हुई है। जहां टिकटों के लिए मारामारी हो रही है। समाजवादी पार्टी पर भाजपा आरोप लगा रही है कि वह दागियों को टिकट दे रही है। वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह दागियों को मैदान में उतार रही है। कमोवेश हर पार्टी दागियों को टिकट दे रही है। ऐसा लगता है कि राजनीतिक दलों के लिए दाग (Stain Political Parties) अच्छे है।

सभी राजनीतिक पार्टियां राजनीति के अपराधीकरण को रोकने के प्रति अपनी निष्ठा दिखाती है। लेकिन हकिकत यह है कि वह चुनाव में ऐसे बाहुबली दागियों को टिकट देने में कोई संकोच नहीं करती। इसके पीछे सभी का तर्क यह होता है कि हम चुनाव जितने योग्य प्रत्याशी को ही टिकट देते है। ऐसे दावेदार इस बार भी बड़ी संख्या में टिकट पाने में सफल हो गए है। जो आपराधिक पृष्ठ भूमि वाले है और उन पर कई संघीन आरोप लगे हुए है। चूंकि उन्हें अभी न्यायालय ने दोषी करार नहीं दिया है।

इसलिए उनके चुनाव लडऩे पर कोई रोक नहीं है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी कैराना के खलनायक (Stain Political Parties) कहे जाने वाले नेता को टिकट दे दी जो लंबे अरसे से भगौड़ा घोषित किया गया था। जैसे ही वह नामांकन भरने सामने आया तो पुलिस ने उसे गैंगेस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार कर 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भिजवा दिया। इसी तरह कई दागी है जो विभिन्न पार्टियों से टिकट देकर चुनाव समर में ताल ठोकतें नजर आएंगे।

दरअसल इसमें मतदाताओं की भी गलती है जो ऐसे दागियों को वोट देकर उन्हें विधानसभा में पहुंचा देती है। अब समय आ गया है कि राजनीति का अपराधीकरण रोकने चुनाव आयोग और सख्त कानून बनाने की सिफारिश करें। ताकि ऐसे दागी लोग जिनके खिलाफ दर्जनों मुकदमें दर्ज हो उन्हें कोई भी पार्टी टिकट ही न दे पाए। जब तक ऐसा कड़ा कानूनी प्रावधान नहीं किया जाएगा। तब तक ऐसे दागी टिकट पाकर जनता के सीने पर मूंग दलते रहेंगे।

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