छग में एक ही जाति की तीन महिलाओं ने अलग-अलग कैटेगरी से लड़ा चुनाव, समाज...

छग में एक ही जाति की तीन महिलाओं ने अलग-अलग कैटेगरी से लड़ा चुनाव, समाज…

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देवभोग/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh panchayat chunav 2020)  के गिरयाबंद जिले के देवभोग (devbhog panchayat election) में एक ही जाति की तीन महिलाओं (women from same caste contest on different category) द्वारा अलग-अलग कैटेगरी से पंचायत चुनाव लडऩे का मामला सामने आया है। जिससे अब संबंधित जाति व  कैटेगरी के लोग असमंजस में पड़ गए हैं।

छत्तीसगढ़ (chhattisgarh panchayat chunav 2020) में एक ही जाति की तीन महिलाओं (women from same caste contest on different category) द्वारा अलग-अलग कैटेगरी में चुनाव लड़ने का यह मामला मामला अनुसूचित जाति आयोग तथा निर्वाचन आयोग तक पहुंच गया है, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।

शिकायतकर्ता का आरोप

शिकायतकर्ता के अनुसार मुंगझर ग्राम पंचायत में अनुसूचित जाति (मुक्त) आरक्षण था। यहां संजू कश्यप पति नीलांबर कश्यप ने चुनाव जीता। पुराने रिकॉर्ड अनुसार वे महरा जाति से ताल्लुक रखती हैं। लेकिन शिकायतकर्ता का आरोप है कि महरा जाति अनुसूचित जाति में नहीं आती फिर भी कूट रचित तरीके से जाति को मेहरा बताकर उन्होंने चुनाव लड़ा व जीता भी।

दूसरा मामला

इसी तरह गोहेकेला ग्राम पंचायत में अनुसूचित जनजाति आरक्षण पर पार्वती कश्यप पति श्याम कश्यप ने एसटी आरक्षण सीट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की।

तीसरा मामला

वहीं गाड़ाघाट, कदलीमुडा, मौखागुड़ा, जनपद सदस्य क्षेत्र चुनाव के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित हुआ। यहां से भी मौखागुडा की मालती कश्यप चुनाव लड़ीं। हालांकि वे अपने प्रतिद्वंदी से हार गईं।

समाज के लोगों में नाराजगी

लेकिन एक जाति के लोगों ने एससी, एसटी, ओबीसी, में चुनाव लड़ कर सामाजिक लोगों को असमंजस में डाल दिया है कि महरा जाति के लोग किस आरक्षण में शामिल हैें। इससे सामाज के लोगों में काफी नाराजगी भी देखी जा रही है।

देवभोग (devbhog panchayat election 2020) के पूरे मामले को लेकर मंजर पंचायत सरपंच पद के उम्मीदवार रहे शंभू राम दांडेली ने निर्वाचन आयोग, अनुसूचित जाति न्यायालय एवं मंत्री से लेकर तमाम अधिकारियों के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने प्रत्याशियों के जाति प्रमाण पत्र सहित मामले की पूरी छानबीन करने की मांग की है।

 ये दावा भी किया

शिकायतकर्ता शंभूराम टांडिल ने बताया कि संजू कश्यप के दादा कन्हाईराम कश्यप की जाति राजस्व रिकॉर्ड में महरा स्पष्ट दर्ज है। और महरा जाति के लोग फिलहाल नियमानुसार अनुसूचित जाति में शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरे दस्तावेज के साथ अनुसूचित जाति आयोग एवं निर्वाचन आयोग के समक्ष शिकायत की है। और अवगत कराते हुए बताया कि संजू कश्यप पति नीलांबर कश्यप ने कूट रचित तरीके से महरा को मेहरा जाति बनाकर सरपंच नियुक्त होने का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच एवं कार्रवाई की मांग की है।

चुनाव के दौरान भी हुई थी शिकायत

पंचायत चुनाव के दौरान सुकचंद बेसरा, तरुण नागेश, मनोज नागेश, खिरसिंधु, टेकलाल प्रधान, सहित अन्य सामाजिक लोगों ने गैर आरक्षित वर्ग के लोगों द्वारा सभी आरक्षण में उम्मीदवारी कर फायदा उठाने की शिकायत एसडीएम व कलेक्टर से की थी। मगर चुनाव चिन्ह आवंटित होने का हवाला देते हुए कार्रवाई तत्काल होना मुश्किल बताया गया। यही वजह है कि अब अलग से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की जा रही है, ताकि आरक्षण में सिर्फ और सिर्फ आरक्षित लोगों को उसका फायदा मिल पाए।

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