लघु वनोपज खरीद योजना से बदलगी कवर्धा की तस्वीर, वन विभाग ने की तैयारी |

लघु वनोपज खरीद योजना से बदलगी कवर्धा की तस्वीर, वन विभाग ने की तैयारी

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वन विभाग ने जिले के संग्राहकों से 49 लघु वनोपज खरीदी के लिए कसी कमर
प्रदेश सरकार ने तेंदूपत्ता के साथ ही 49 लघु वनोपज खरीदने की शुरू की है पहल

जितेंद्र नामदेव/नवप्रदेश। प्रदेश सरकार (chhattisgarh government) के वन विभाग (forest department) की अनोखी पहल से अब जिलावासियों को आमदनी के मामले में अच्छे दिन आने की उम्मीद जगी है।

पहले कबीरधाम जिले में वनोपज में जहां तेंदूपत्ता की खरीदी की जाती थी वहीं अब 49 लघु वनोपज की खरीदी (small forest produce purchase) भी शासन द्वारा की जाएगी।

इससे जिले के करीब 150 गांवों के लोगों को फायदा होगा। इससे लोगों को रोजगार के साथ ही आय के नए अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। प्रदेश (chhattisgarh) के वन विभाग (forest department) द्वारा इस योजना के जमीन स्तर पर सफल क्रियान्वयन के लिए अथक प्रयास भी किए जा रहे हैं।

इस कार्य के संचालन में 228 महिला स्व सहायता समूह तथा 49 प्रेरक की महती भूमिका रहेगी। गौरतलब है वन विभाग की ओर से वर्ष 2019 में तेंदूपत्ता के साथ ही अन्य लघु वनोपज की खरीदी की पहल शुरू की गई है। जिला कबीरधाम में इसके सफल संचालन के लिए वन विभाग के अफसरों ने कमर कस ली है।

पहले खरीदा जाता था सिर्फ तेंदूपत्ता

पहले कबीरधाम जिले में वनोपज में (small forest produce purchase) में जहां तेंदूपत्ता की खरीदी (purchase) की जाती थी वहीं अब 49 लघु वनोपज की खरीदी भी शासन द्वारा की जाएगी। इससे जिले के करीब 150 गांवों के लोगों को फायदा होगा। इससे लोगों को रोजगार के साथ ही आय के नए अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। वन विभाग द्वारा इस योजना के जमीन स्तर पर सफल क्रियान्वयन के लिए अथक प्रयास भी किए जा रहे हैं।

लघु वनोपज के एमएसपी व बोनस पर एक नजर

क्र. प्रजातिकेंद्र की दरराज्य शासन द्वारा देय बोनस

(राशि प्रति किलोग्राम रुपए में)

1 इमली (बीज सहित) 31.00 –
2 चिरौंजी गुठली109.00 –
3 कुल्लू गोंद 98.00 22.00
4 बहेड़ा17.00 –
5 पुवाड़ (चरोटा)14.00 –
6 साल बीज 20.00 –
7 हर्रा15.00 –
8 नागरमोथा 27.00 –
9 बेल गुदा 27.00 –
10 रंगीनी लाख130.00- 20.00
11 कुसुमी लाख203.00- 22.00
12 महुआ बीज 25.00 –
13 शहद 195.00 –
14 कालमेघ 33.00 –
15 फूलझाड़ू 30.00 –
16 जामुन बीज 36.00 –
17 कौंच बीज 18.00 –
18 धवई फूल 32.00 –
19 करंज बीज 19.00 –
20 महुआ फूल 17.00 –
21 बायबिडिंग 81.00 –
22 आंवला सूखा 45.00 –

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संघ द्वारा तय समर्थन मूल्य

(प्रति किग्रा. रुपए में)
क्र. प्रजाति मूल्य
1 महुआ 23.00
2 बहेड़ा 16.00
3 पलाश 9.00
4 मरोडफल्ली 14.00
5 निर्गुण्डी 13.00
6 धवई 18.00
7 काली मूसली 90.00
8 वन तुलसी 11.00
9 मकोय 16.00
10 कवांच 60.00
11 बिदारी 20.00
12 गिलोय 18.00
13 बायबिडिंग 375.00
14 कालमेघ 16.00
15 सफेद मूसली 600.00
16 तिखूर 120.00
17 बनजीरा 90.00
18 बेल 15.00
19 मालकांगनी 90.00
20 माहुल पत्ता 15.00
21 सतावर 108.00
22 अमलताश 11.00
23 आंवला सूखा100.00
24 भिलवा 10.00
25 भृंगराज 16.00
26 गुड़मार 35.00
27 नागरमोथा 25.00

कवर्धा जिला यूनियन अंतर्गत संचालित समिति

क्र. समिति का नाम समिति अंतर्गत आने वाले हाट बाजार
1 रेंगाखार रेंगाखार,
2 खारा खारा, उसरवाही
3 जुनवानी जुनवानी, तेलीटोला
4 कोयलारझोरी कोयलारझोरी, खोलवा, जरहानवागांव
5 कोदवा भैंसाडबरा
6 कामठी कामठी
7 पंडरिया कुई
8 कूकदूर नेऊर
9 बोड़ला बोड़ला
10 तरेगांव तरेगांव, लरबक्की, दलदली, बांकी
11 सिंघारी बैजलपुर,
12 खडिय़ा बोक्करखार
13 चिल्फी चिल्फी, झलमला, समनापुर

228 महिला स्व सहायता समूह को जिम्मा

इस कार्य के संचालन में 228 महिला स्व सहायता समूह तथा 49 प्रेरक की महती भूमिका रहेगी। गौरतलब है वन विभाग की ओर से वर्ष 2019 में तेंदूपत्ता के साथ ही अन्य लघु वनोपज की खरीदी की पहल शुरू की गई है। जिला कबीरधाम में इसके सफल संचालन के लिए वन विभाग के अफसरों ने कमर कस ली है।

वन विभाग ने इसलिए शुरू की पहल

विभाग द्वारा अक्टूबर माह में राज्य भर में हॉट बाजारों का सर्वे कराया गया। इसमें पाया गया कि तेंदूपत्ता के अतिरिक्त अन्य लघु वनोपज के संग्रहण, प्रसंस्करण व विपणन से से प्रदेश की जनता को 930 करोड़ रुपए की आय प्राप्त हो सकती है।

कवर्धा में इस तरह होगा योजना पर काम

वन मंडल कवर्धा की ओर से भी जिले भर के हाट बाजारों का सर्वे कराया गया। इसमें पाया गया कि करीब 150 गांवों केे लोग विभिन्न लघु वनोपज का संग्रहण करते हैं। लिहाजा अब नई पहल के तहत इनके सुनियोजित संग्रहण, प्रसंस्करण एवं विपणन के लिए 22 हॉट बाजार तथा 5 वन धन विकास केन्द्र की स्थापना की गई है। इनका संचालन 228 महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा। जिनकी सदस्य संख्या करीब 2800 और प्रेरक संख्या 59 रहने का अनुमान है। इस योजना से करीब 50 हजार परिवारों को अतिरिक्त आय एवं रोजगार दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। शासन द्वारा निर्धारित ४९ लघु वनोपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य संग्राहकों से खरीदी हेतु निर्धारित किया गया है। कवर्धा जिला यूनियन में २२ हॉट बाजारों के अतिरिक्त अन्य दिनों में भी संग्रहण केन्द्र खुले रहेंगे जहां पर वनोपज क्रय किया जायेगा।

जिले में यहां होंगे बाजार एवं संग्रहण केन्द्र : बोड़ला, बोक्करखार, चिल्फी, झलमला, समनापुर, खारा, उसरवाही, रेंगाखार, जुनवानी, तेलीटोला, कोयलारझोरी, खोलवा, जरहानवागांव, तरेंगांव, लरबक्की, दलदली, बांकी, बैजलपुर, भैंसाडबरा, कामठी, नेऊर, कुई ।

यहां होंगे वन धन केन्द्र : बोड़ला, तरेगांव, तेलीटोला-जुनवानी, रेंगाखार, कोदवागोडान।

49 लघु वनोपज के समर्थन मूल्य तय हो चुके हैं। वनांचल में निवास करने वालों सहित अन्य संग्राहकों को भी इस योजना का पूरा लाभ मिलेगा जिससे उनकी आर्थिक उन्नति तो होगी ही साथ ही रोजगार के द्वार भी खुल सकेंगे । सभी से अपील हैं कि इस योजना की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।

-दिलराज प्रभाकर, वन मंडल अधिकारी
जिला कबीरधाम छत्तीसगढ़

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