Pushpa Sinha : खुद महिला जनप्रतिनिधि के पति होकर महिलाओं से दुर्व्यवहार का समर्थन कर अपनी ओछी मानसिकता दिखा रहे घासी : पुष्पा सिन्हा

Pushpa Sinha : खुद महिला जनप्रतिनिधि के पति होकर महिलाओं से दुर्व्यवहार का समर्थन कर अपनी ओछी मानसिकता दिखा रहे घासी : पुष्पा सिन्हा

Pushpa Sinha,


राजनांदगांव, नवप्रदेश। जिला महिला कांग्रेस की सचिव श्रीमती पुष्पा सिन्हा ने घासी साहू के बयान पर करारा पलटवार करते हुए कहा है कि जिस व्यक्ति की पत्नी जनप्रतिनिधि है, वो खुद देश की एक वरिष्ठ सांसद से दुर्व्यवहार की घटना का समर्थन कर रहे हैं, जो उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है।

पुष्पा ने अपने बयान में कहा कि जिस भाजपा के पूर्वज अंग्रेजों से माफी मांग कर अपनी जान बचा सकते हैं, उसने किसी महिला के सम्मान की बात करना ही बेमानी है। घासी साहू नियम और कानून की बात करते हैं, जबकि खुद अपनी पत्नी के सरकारी वाहन का दुरुपयोग लगातार कर रहे हैं और इसके लिए उन्हें जरा भी शर्म नहीं आई।

पुष्पा सिन्हा ने कहा कि घासी साहू खुज्जी की महिला विधायक श्रीमती छन्नी साहू पर आरोप लगाने से पहले ये जान लें कि संसाधन ना होने के पश्चात भी विधायक ने अपने क्षेत्र की जनता के लिए स्कूटी के लिए सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर के अपना कर्म निभाया, जबकि घासी साहू अपने घर से 10 किलोमीटर भी अपनी पत्नी की गाड़ी से जा रहे हैं।

पुष्पा सिन्हा ने आरोप लगाते हुए कहा कि घासी साहू का महिलाओं के सम्मान से कोई सरोकार नहीं है और इसीलिए वो स्मृति ईरानी के दुर्व्यवहार का समर्थन कर रहे हैं। पुष्पा सिन्हा ने कहा कि ये कांग्रेस की सरकार ही है जो गांव गरीब किसान की सरकार है और लगातार उनके हित मे काम कर रही है,

जबकि केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार सिर्फ और सिर्फ अपने व्यपारी भाइयों के इशारे ओर उनको फायदा पहुंचा रही है और आम जनता की मंहगाई से कमर तोड़ दी गई है

महिला कांग्रेस की सचिव ने कहा कि कोरोना काला के समय जब राज्य सरकार और स्वास्थ विभाग लगातार छत्तीसगढ़ में आम जनता के लिए कार्य कर रही थीं, तब केंद्र की सरकार केवल ताली और थाली बजाकर आम जनता को बरगला रही थी तब घासी साहू ने क्यों मुंह मे दही जमा रखा था?

जब किसानों को 2100 रुपये देने की बात कह कर भाजपा मुकर गए थी तब क्यों घासी साहू मौन धारण किये हुए थे? क्या सिर्फ अपने खैरागढ़ के आकाओं को खुश करने के लिए जिला पंचायत में वो जाते हैं और आम जनता का काम भी इसीलिए नहीं कर रहे क्योंकि जिला पंचायत में अध्यक्ष की मर्जी से नहीं,

बल्कि सभी काम खैरागढ़ के उपाध्यक्ष के हिसाब से चलता है। घासी पर आरोप लगाते हुए पुष्पा ने कहा कि पहले वो खुद के गिरेबान में झांकें और महिलाओं का सम्मान करना सीखें उसके बाद राजनीति करें।

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