International Flight : अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक जरूरी...

International Flight : अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक जरूरी…

International Flight: Ban on international flights is necessary...

International Flight

International Flight : भारत के पांच राज्यों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है जहां अब तक कुल 23 मामले सामने आ चुके है। ये सभी लोग हाल ही में दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों से आए है जहां ओमिक्रॉन ने पहले ही अपने पांव पसारना शुरू कर दिया था। विदेशों से आने वाले लोगों की संख्या हजारों में है और इनमें से न जाने कितने लोग अपने साथ ओमिक्रॉन लेकर आए है।

कोरोना के इस नए वायरस के लक्षण जल्द सामने नहीं आते जिसकी वजह से लोग खुद को स्वस्थ समझते है लेकिन सप्ताह भर बाद उन्हे कोरोना वायरस से ग्रसित होने की जानकारी मिलती है। इस बीच वे जितने लोगों से संपर्क में आते है उन्हे भी ओमिक्रॉन वायरस अपना शिकार बना लेता है। भारत में तो अभी ऐसे सैकड़ों लोग है जो विदेशों से आकर एक तरह से गायब हो गए है।

पुलिस उनकी पड़ताल कर रही है ताकि उनका कोरोना टेस्ट कराया जा सके। ऐसे गैर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। गौरतलब है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर भी विदेशों से ही भारत आई थी और यहां तेजी से कोरोना वायरस फैला था। इससे सबक लेते हुए केन्द्र सरकार को दक्षिण अफ्रीका सहित उन तमाम देशों से जहां ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से बंद कर देनी चाहिए।

हवाई अड्डों (International Flight) पर प्रत्येक यात्री की जांच के लिए भी कारगर पहल की जानी चाहिए अन्यथा ओमिक्रॉन और ज्यादा फैल सकता है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने जिन राज्यों में ज्यादा कहर ढाया था उसमें से एक महाराष्ट्र है जहां ओमिक्रॉन के सात मामले सामने आए है। महाराष्ट्र सरकार और केन्द्र सरकार को ऐसे राज्यों में कोरोना गाईडलाईन का कड़ाई पूर्वक पालन सुनिश्चित करना चाहिए।

मास्क लगाना और दो गज की दूरी का पालन अनिवार्य किया जाना चाहिए और जो लोग भी कोरोना गाईड लाईन की अनदेखी करते है उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए अन्यथा कोरोना का यह नया ओमिक्रॉन भारत में कोरोना की तीसरी लहर ला सकता है और हालात बेकाबू हो सकते है।

इस बारे में केन्द्रिय स्वास्थ्य मंत्रालय को पूरे देश के लिए नए दिशा निर्देश (International Flight) जारी करने चाहिए और उनका सख्ती से पालन भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए जिसके लिए राज्य सरकारों को भी जिम्मेदारी तय करनी होगी तभी ओमिक्रॉन के खतरे से निपटा जा सकेगा।

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