Baghel VS Chandel : पहले अपनी पार्टी के नेताओं के संपर्क में तो रह लें नेता प्रतिपक्ष : सीएम बघेल

Baghel VS Chandel : पहले अपनी पार्टी के नेताओं के संपर्क में तो रह लें नेता प्रतिपक्ष : सीएम बघेल

रायपुर/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने चार दशक से भी अधिक समय तक बीजेपी में रहने के बाद बीते दिनों उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन कर ली। उनके कांग्रेस ज्वाइन करते ही प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों एक दूसरे पर हमलावर हैं। मामले में जमकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे (Baghel VS Chandel) हैं।

नंदकुमार साय के कांग्रेस में शामिल होने के बाद नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बहुत से कांग्रेसी नेताओं के बीजेपी के संपर्क में होने का दावा किया था। अब नेता प्रतिपक्ष के इस दावे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जोरदार पलटवार करते हुए चंदेल को नसीहत देते हुए कहा कि वे पहले अपनी पार्टी के नेताओं के संपर्क में रहें।

बस्तर में बैठक होती है तो वे गायब रहते हैं। सीएम शनिवार को अंबिकापुर दौरे पर रवाना होने के पहले मीडिया से चर्चा कर रहे (Baghel VS Chandel)  थे। इस दौारान उन्होंने कहा, यहां पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल ठ्ठ शेष पृष्ठ 6 पर

कौशिक जैसे जितने भी पुराने नेता हैं, उनको चंदेल ने धकेल दिया है। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने कहा था कि पूरे देश में कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में आ रहे हैं। और छत्तीसगढ़ में एक, दो नहीं बल्कि कई कांग्रेस नेता उनसे संपर्क में हैं। और बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं। उन्होनें दावा किया कि उनके पास कई कांग्रेस नेताओं के प्रस्ताव पेंडिंग हैं। और चुनाव की तारीख नजदीक आते ही उनका बीजेपी में प्रवेश होगा।

लोगों को गुमराह करने की कोशिश न करें

सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट से 58 फीसदी आरक्षण मामले में राहत मिलने के बाद लगातारी वैकेंसी निकाली जा रही है। इसको सवाल उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा था कि इतनी भर्तियां ली जा रही है। लेकिन सरकार उनको सैलेरी कहां से (Baghel VS Chandel)  देगी।

इस पर सीएम ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि नारायण चंदेल पूरे बजट में थे और बजट भाषण में मैंने कहा था 3 राज्य हैं जहां कर्जा नहीं लिया गया है। उड़ीसा, त्रिपुरा और छत्तीसगढ़, हमारी अर्थव्यवस्था इतनी अच्छी है और अगर खराब अर्थव्यवस्था होती तो सारी योजनाओं को हम लागू नहीं कर पाते। चाहे राजीव गांधी ठ्ठ शेष पृष्ठ 6 पर

किसान न्याय योजना हो। भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना हो। गोधन न्याय योजना हो। या फि र अभी बेरोजगारी भत्ता देने की हो इसको हम लागू नहीं कर पाते। जहां तक सैलरी बांटने की बात है तो हमने कोरोना काल में किसी भी कर्मचारी के वेतन में कटौती नहीं की है। जबकि उस समय देश के 6 राज्यों में 30 प्रतिशत कटौती की गई थी।

पीएम मोदी पर भी सीएम ने किया पलटवार

सीएम ने पीएम मोदी पर भी पलटवार किया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है, उनको बजरंग बली की जय कहने में दिक्कत हो रही है। जिसके जवाब में भूपेश बघेल ने कहा कि बजरंग बली की जय बोलने में किसी को कोई तकलीफ  नहीं है।

हम तो छत्तीसगढ़ में रामायण कराते हैं। पिछले 15 सालों तक बीजेपी का राज था कभी ऐसा आयोजन उन्होंने नहीं कराया। कौशल्या माता का मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया, शिवरीनारायण में भगवान राम की मूर्ति हमने स्थापित कराई और पूरे राज्य में केवल हम रामायण करा रहे हैं बल्कि छत्तीसगढ़ के सभी रामायण समितियों को 5 हजार सम्मान निधि भी दे रहे हैं। बजरंग बली हम सबके आराध्य हैं।

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