रावणभाठा, सरोरा और बिरगांव के कई परिवारों ने कहा- धन्यवाद CM…?
Sensitive CM : राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत मिलेगा पट्टा
रायपुर/नवप्रदेश। Sensitive CM : जी हां, रावणभाठा, सरोरा और बिरगांव के हजारों परिवारों ने संवेदनशील सूबे के मुखिया भूपेश बघेल का आभार जताया और कहा- धन्यवाद सीएम! नि:संदेह छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य सरकार के जनकल्याण कार्यों से हजारों परिवारों के चेहरों पर खुशी आई है।
सालों से मालिकाना हक के लिए तरस रहे थे
वर्षों से औद्योगिक जमीन पर मकान बनाकर रह रहे नागरिकों को उक्त जमीन का मालिकाना हक देने के लिए सीएम ने पहल (Sensitive CM) की, जिसका नतीजा है कि रायपुर जिले के धरसींवा विकासखण्ड के रावांभाठा, सरोरा और बिरगांव स्थित 15.788 एकड़ भूमि पर नागरिकों को राजीव आश्रय योजना के तहत पट्टे मिलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। मुख्यमंत्री की पहल के बाद राज्य शासन के वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा भूमि हस्तांतरण के प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति दी गई है। इससे अब छत्तीसगढ़ स्टेट इण्डस्ट्रियल डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन (राज्य औद्योगिक विकास निगम) के तहत पट्टे मिलने का रास्ता साफ हुआ।
आज के दिन दिहाड़ी मजदूरी कर घर चलाने वालों के लिए जमीन खरीदना मुंगेरी लाल के खूबसूरत सपनों से ज्यादा कुछ नहीं है। ऐसे में बिरगांव के वार्ड नंबर-24 के मनटोरा, रमा विश्वकर्मा, रुखमणी विश्वकर्मा, कृष्णा देवांगन और कला देवी के चेहरों पर राज्य सरकार के कब्जे की जमीन के मालिकाना हक की जानकारी मिलने पर खुशी देखने लायक है। कुछ ऐसा ही हाल रावांभाठा की रमौतीन बाई, शुकवारो धृतलहरे, रमा और मंजू नारंग का भी है।
परिवार की महिलाओं ने कहा कि, सरकार ने महिलाओं के हितों की सुरक्षा और उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने की दिशा में कई योजनाएं लागू की हैं। अब सरकार हमारे खुद के घर के सपने को पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि मन में हमेशा भय रहता था कि हम ना जानें कब यहां बनाए गए घर से बेघर हो जाएंगे। अब समाचार-पत्रों और टीवी न्यूज चौनलों के माध्यम से पता चला कि जमीन का पट्टा मिलने से हम जमीन के खुद मालिक हो जाएंगे। हम गरीबों के सपने को साकार करने वाली सरकार को हृदय से धन्यवाद देते हैं।
CM ने लोकार्पण पर किया वादा पूरा किया
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Sensitive CM) ने गत 7 मार्च को बिरगांव में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि पूजन किया था। इस दौरान बिरगांव, सरोरा और रावांभाटा से बड़ी संख्या में नागरिकों ने आकर उनकी वर्षों पुरानी समस्याओं से अवगत कराया था और उनके सिर पर छत बनाने का निवेदन किया था। मुख्यमंत्री ने भी उनकी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना था तथा उसी समय उनकी समस्याओं को दूर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे।
999 परिवारों को मिलेगी पट्टा
उद्योग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर जिले के विकासखण्ड धरसींवा के ग्राम रावांभाटा, सरोरा और बिरगांव की 15.788 हेक्टेयर भूमि राजीव आश्रय योजना हेतु राजस्व एवं आपदा प्रबंधन के माध्यम से कलेक्टर रायपुर को हस्तांतरित करने पर सैद्धांतिक सहमति दी गई है। हस्तांतरित की जाने वाली 15.788 हेक्टेयर भूमि में ग्राम रावाभाठा, पटवारी हल्का नम्बर-28 में 7.299 हेक्टेयर, सरोरा पटवारी हल्का नम्बर-29 में 6.883 हेक्टेयर और बीरगांव पटवारी हल्का नम्बर-88 में 1.606 हेक्टेयर भूमि शामिल हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि इस संबंध में निगम निगम बीरगांव द्वारा सर्वेक्षण का कार्य किया गया था, जिसके तहत रावांभाटा में 315, बीरगांव में 152 और सरोरा में 532 परिवारों इस तरह कुल 999 परिवारों को पट्टे के तहत पात्रता मिली थी।