Self Reliant India : भारत में फिर बढ़ेगा विदेशी कंपनियों का निवेश, वित्त मंत्री ने…
नई दिल्ली। Self Reliant India : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अमेरिका की शीर्ष कंपनियों के अधिकारियों के साथ मुलाकात के दौरान उन्हें आत्मनिर्भर भारत के तहत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कहा कि भारत में निवेशकों और कंपनियों के लिए काफी अवसर हैं। सीतारमण इस समय अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में भाग लेने के लिए वाशिंगटन में हैं। इन कार्यक्रमों के इतर वह भारत में काम कर रही कई शीर्ष अमेरिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से मिल रही हैं जिन्होंने देश में निवेश के अवसरों का लाभ उठाने में रुचि दिखायी है।
वित्त मंत्री ने एमवे के सीईओ मिलिंद पंत, बोइंग के मुख्य रणनीति अधिकारी बी मार्क एलेन, नोवावैक्स के सीईओ स्टेनली एर्क से मुलाकात की जिसमें निवेश सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गयी। बैठक के बाद पंत ने एक वीडियो संदेश में कहा कि भारत एमवे के लिए शीर्ष तीन निवेश गंतव्यों में से एक है।
उन्होंने कहा, “वित्त मंत्री, सीतारमण के साथ यह एक शानदार बैठक थी। अर्थव्यवस्था (Self Reliant India) में भारतीय समाज की मजबूती को समझना और उसकी सराहना करना एक खुशी की बात है। हम भारत में भरोसा करते हैं। यह वैश्विक स्तर पर सौ बाजारों में उन शीर्ष तीन बाजारों में से एक है जहां हम काम कर रहे हैं।”
इस दौरान वित्त मंत्री ने राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन और गिफ्ट सिटी में अवसरों को लेकर बात की। सीतारमण की बोइंग के मुख्य रणनीति अधिकारी एलेन के साथ बैठक के दौरान व्यापक रूप से कौशल, अनुसंधान एवं विकास, विनिर्माण स्वचालन, नवाचार और एयरोस्पेस क्षेत्र को लेकर चर्चा की गयी। एक वीडियो संदेश में, एलेन ने वित्त मंत्री के साथ अपनी बैठक और विमानन क्षेत्र में अधिक विकास और प्रतिस्पर्धात्मकता प्रदान करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता के साथ-साथ बोइंग की भारत में निवेश करने की उत्सुकता के बारे में बात की।
उन्होंने कहा, “हमारी बैठक अच्छी रही। हमने भारत में विमानन की कुछ संभावनाओं के बारे में बात की।” इस दौरान सीतारमण ने मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत पहल में बोइंग के सहयोग का उल्लेख किया। उन्होंने कंपनी के भविष्य में भारत में निवेश की रुचि पर भी चर्चा की।
नोवावैक्स के सीईओ स्टेनली एर्क के साथ अपनी बैठक के दौरान, सीतारमण ने स्वास्थ्य सुधार (Self Reliant India) की दिशा में महत्वपूर्ण भारतीय पहलों जैसे कि चिकित्सा विज्ञान, स्वास्थ्य और कल्याण में अनुसंधान एवं विकास तथा गुजरात में गिफ्ट सिटी में बढ़ते अवसरों पर चर्चा की।