नक्सलियों की घर वापसी के लिए जवान चला रहे वर्राटू अभियान
-अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में चल रहा है अभियान
-जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों से नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने अपील
दंतेवाड़ा। बस्तर (bastar) में चल रहे वर्राटू अभियान (Varratu campaign) का अच्छा प्रतिसाद मिला रहा है। इस अभियान में दंतेवाड़ा जिले (Dantewada District) में फैले नक्सलवाद (naxliism) को खत्म करने (finish) के लिए दंतेवाड़ा पुलिस जोन वर्राटू अभियान (घर-वापसी) अभियान चलाया जा रहा है।
दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा वर्राटू अभियान (घर-वापसी) के माध्यम अंदुरूनी इलाकों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा जिसमें ग्रामीणों की हर संभव मदद, स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर शिक्षा और अन्य सुविधाओं के साथम मदद दी जा रही है।
जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्र किरन्दुल थानाक्षेत्र इलाके में हिरोली, गुनियापाल, पीरनार, कुटरेम, मड़कामीरास और आलनार के गांवों में इस अभियान को प्रमुख रूप से चलाया जा रहा है। इन गांवों में सक्रिय नक्सलियों के नामों की सूची जनप्रतिनिधियों को और ग्रामीणों को देकर आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने के लिए जवानों ने प्रोत्साहित भी किया।
हिरोली गांव में भी सरपंच को नामजद इलाके में सक्रिय नक्सलियों की सूची पढकऱ जवानों ने सुनाई, दंतेवाड़ा एसपी अभिषेक पल्लव ने जानकारी दी कि ग्रामीणों में उत्साह है आने वाले वक्त में कई नक्सलियों की लोन वर्राटू अभियान के तहत घर वापसी की उम्मीद है।
साथ ही जवान नक्सलियों के परिवारजनों को जानकारी देने पहुँचे थे. जवानों ने नक्सलियों के परिजनों को समझाया कि बस्तर में नक्सलवाद में आंध्र-तेलंगाना के नक्सली बड़े पैमाने में बस्तर के आदिवासियों को आपस में लड़वा रहे हैं जिनके बहकावे में आकर घर परिवार को छोड़ अपनो का खून बस्तर में नक्सली बहा रहे हैं।
मुख्यधारा से जुड़कर जीवनयापन करने के लिए जवानों ने ग्रामीणों को क्षेत्रीय बोली गोंडी में प्रेरित किया। आपको यह भी बता दे कि दंतेवाड़ा पुलिस लोन वर्राटू नाम का जबसे क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया है तो कई ईनामी नक्सली, और नक्सलियों के कोर कैडर को झटका लगा है क्योंकि समर्पण बहुत अधिक हुए हैं। इसकी बौखलाहट में नक्सली हिंसक घटनाओं को भी अंजाम दे रहे हैं।