DIG Bungalow Land Fraud : 12 करोड़ का झांसा: डीआईजी बंगले की सरकारी ज़मीन बेच दी गई...अब शिकंजे में जालसाजों का गैंग...

DIG Bungalow Land Fraud : 12 करोड़ का झांसा: डीआईजी बंगले की सरकारी ज़मीन बेच दी गई…अब शिकंजे में जालसाजों का गैंग…

आगरा, 20 जून। DIG Bungalow Land Fraud : एक हैरान कर देने वाला खुलासा सामने आया है: आगरा के रकाबगंज क्षेत्र में स्थित डीआईजी रेंज बंगले की नजूल ज़मीन का 12 करोड़ रुपये में फर्जी सौदा कर दिया गया। भूमि सरकारी होने के बावजूद कुछ लोगों ने निजी स्वामित्व दर्शा कर एग्रीमेंट करा लिया और 1.20 करोड़ रुपये की मोटी एडवांस रकम भी हड़प ली।

जानकारी के मुताबिक, धोखाधड़ी का शिकार बने सौरभ बंसल ने जब दस्तावेजों की जांच कराई, तो पता चला कि जिस ज़मीन का सौदा हुआ वह 1957 से पुलिस विभाग के अधीन डीआईजी बंगले की भूमि है। सौदे के समय न तो सरकारी स्वामित्व का जिक्र किया (DIG Bungalow Land Fraud)गया, न ही डीआईजी बंगले का उल्लेख किया गया।

इतना ही नहीं, दस्तावेजों की हेराफेरी कर पहले हबीब उर्रहमान के नाम खेवट संख्या दर्ज कराई गई थी और फिर मार्च 2024 में एक वसीयत के आधार पर कुछ अन्य व्यक्तियों—इकबाल खां, फैसल खां, सलीम खां, इरशाद खां समेत छह लोगों—के नाम नामांतरण करा लिया गया।

शिकायत मिलने पर पुलिस ने सनी जैन, कपिल अग्रवाल और प्रशांत जैन के खिलाफ धोखाधड़ी, षड्यंत्र और जालसाजी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस जांच में ज़मीन डीआईजी बंगले की निकलते ही मामला गरमा गया।

डीआईजी शैलेश पांडे ने बताया कि पूरी प्रक्रिया की गहन जांच की जा रही है और राजस्व विभाग के कई कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही (DIG Bungalow Land Fraud)है। इन सभी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई होगी और संपत्ति जब्त करने की तैयारी भी की जा रही है।

तहसील प्रशासन ने स्थलीय जांच के लिए राजस्व विभाग की टीम को भेजने की पुष्टि की है। एसडीएम सदर सचिन राजपूत के अनुसार, शुक्रवार को ज़मीन की स्थिति का भौतिक सत्यापन होगा, जिसके बाद अगली कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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