Mahagathbandhan : महागठबंधन में दरार...

Mahagathbandhan : महागठबंधन में दरार…

Mahagathbandhan: The rift in the grand alliance...

Mahagathbandhan

Mahagathbandhan : बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पार्टी ने मिलकर जो महागठबंधन बनाया था अब उसमे दरार पड़ रही है। बिहार की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच इस कदर तकरार बढ़ी की महागठबंधन में दरार पडऩे की नौबत आ गई। कांग्रेस ने इन दो सीटों में से एक सीट कांग्रेस को देने की मांग की थी लेकिन राष्ट्रीय जनता दल ने दोनों की सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए।

इससे कांग्रेस ने भी बगावती तेवर दिखाएं और उसने भी दोनों सीटों से चुनाव लडऩे का फैसला ले लिया। इसके बाद राष्ट्रीय जनतादल और कांग्रेस के नेताओं के बीच जुबानी जंग (Mahagathbandhan) शुरू हो गई और दोनों ही दलों के नेताओं ने एक दूसरे पर गठबंधन धर्म न निभाने का आरोप लगाया। इसके बाद अब बिहार में इस महागठबंधन की गाठें खुलना लगभग तय हो गया है। इस बीच ढाई साल बाद पटना पहुंचे राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक लालू प्रसाद यादव ने भी कांग्रेस को लेकर यह टिप्पणी की दी कि कांग्रेस को एक सीट देने का प्रश्न ही नहीं था क्योंकि वह अपनी जमानत भी नहीं बचा पाती।

यही नही बल्कि लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्त चरणदास का नाम लेकर उनके बारे में भी अत्यंत आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने भी लालू प्रसाद यादव को लेकर बयानबाजी शुरू कर दी और उनसे माफी मांगने के लिए कहा। कुल मिलाकर साझे की हांडी चौराहे पर फूंटने जा रही है। बिहार विधानसभा में इस समय कांग्रेस के १६ विधायक है। राष्ट्रीय जनता दल यदि इन दो सीटों पर चुनाव जीत भी जाता है तो भी वह बगैर कांग्रेस के समर्थन के नीतिश कुमार का तख्ता नहीं पलट सकता।

समझ में नहीं आता कि आखिर किस दम पर तेजस्वी यादव इन दो सीटों पर जीत के बाद नीतिश कुमार की सरकार को गिराकर अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे है। बगैर कांग्रेस के समर्थन (Mahagathbandhan) के उनकी सरकार बन ही नहीं सकती। बहरहाल राष्ट्रीय जनता दल में तो परिवारिक कलह भी बढ़ गई है। तेजस्वी यादव के खिलाफ उनके भाई तेज प्रताव यादव ने ही मोर्चा खोल रखा है। लालू यादव के पटना पहुंचने पर तेज प्रताव यादव ने उनके घर के सामने ही धरना दे दिया था।

उनका आरोप है कि पार्टी में उनका अपमान किया जा रहा है। लालू यादव और राबड़ी देवी ने तेज प्रताप यादव को समझाईश देकर उनका धरना खत्म कराया लेकिन दोनों भाईयों के बीच भी दरार पडऩे लगी है। ऐसी स्थिति में बिहार की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी कितने सफल हो पाते है यह देखना दिलचस्प होगा क्योंकि उसे अब अपने ही सहयोगी रहे कांग्रेस से भी मुकाबला करना पड़ेग

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