World Homeopathy Day : होम्योपैथिक में मिलते है बेहतर रिजल्ट्स
World Homeopathy Day : अभी पिछले साल मेरी माता जी कोमा में वेंटीलेटर पर आ गई थीं, मेरी इसी चिकित्सा ने उनको जीवनदान दिया है और वो आज पूरी स्वस्थ हैं। मैंने त्वचा रोग में जैसे- सफेद दाग, एक्जिमा, सोरियासिस, अकिरिया, मुंहासे, बालों का झडऩा, चेहरे पर झाइयां शरीर में मस्से होना, का सफलतापूर्वक इलाज किया है। मानसिक रोग में होम्योपैथिक का कोई जवाब नहीं है क्योंकि सभी रोग में मानसिक लक्षण बहुत महत्वपूर्ण है यदि सही तरह से केस ले लिया गया और डॉक्टर अनुभवी है, तो वो तुरंत सही डायग्नोज करके सही मेडिसिन का चुनाव करके देगा और रोग कुछ भी हो उसमें अवश्य आराम आयेगा, क्योंकि होम्योपैथि में रोग का नहीं रोगी का इलाज होता है।
थायराइड ग्रंथि के रोग Hypothyroidism and Hyperthyroidism, Goiter में भी बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त हुए है रोगी संपूर्ण ठीक हो गए। आजकल बच्चों में ऑटिज्म और A.D.H.D. भी बहुत पाया जाता है बच्चे बहुत चिड़चिड़े, ध्यान की कमी, आई कॉन्टेक्ट न करना, गुस्सा आना हो जाता है, मेरे पास ऐसे कई केस हैं और होमियोपैथी से बहुत अच्छे रिजल्ट्स आ रहे हैं, इन केसेस में दवाई व पैरेंट्स के ध्यान एवं प्यार की बहुत जरूरत होती है। महिलाओं की चिकित्सा भी मैंने बहुत सफलतापूर्वक की है जैसे माहवारी का अनियमित होना, बच्चेदानी में फाइब्रॉयड होना, ओवरी के ट्यूमर P.CO.D जो आजकल बहुत आम है, इन सबकी वजह से चेहरे पर बाल आना, सफेद पानी की शिकायत होना, स्तनों में गठान होना ये सब ठीक हुए है, बस समय अलग-अलग लगता है,
क्योंकि वे रोगी के कांस्टीट्यूशन पर निर्भर करता है, हो उनके ठीक होने के पहले व बाद की रिपोट्र्स में जरूर रखता हूं। कैंसर रोगों में भी मैंने बहुत अच्छे परिणाम देखे हैं, मैं ये तो नहीं कह सकता कि सब ठीक हो गए परंतु बहुत सारे ठीक भी हुए है और एक बात कैंसर में जो साइड इफेक्ट्स होते हैं उन्हें भी बहुत अच्छे से ठीक किया जा सकता है रोगी अपनी लाइफ को ठीक से जी सकता है।
एक महिला दिल्ली से उनको भी ब्रेन ट्यूमर जो कि कैंसर था, उनकी सर्जरी हुई थी डॉक्टर ने कह दिया था ये हाईली कैंसर है दोबारा आने के पूरे चांस है किंतु वो अभी भी मेरे टीटमेंट में है कोई साइड इफेक्ट नहीं अभी तक कोई कैंसर का कोई इंडिकेशन नहीं है। कोरोना महामारी में भी बहुत लोग होम्योपैथिक से ठीक हुए और इसके साइड इफेक्ट जैसे फेफड़ो का इन्फेक्शन, खांसी, बालों का झडऩा, भूख ना लगना, चक्कर आना इत्यादि का मैं बहुत सफलतापूर्वक इलाज कर रहा हूं।
अस्थमा में भी जो लाइलाज माना जाता है उसमें भी मैंने बहुत अच्छे रिजल्ट्स देखे है, इसी तरह साइनो साइटिस नाक से पानी व छींके आना भी संपूर्ण ठीक हो जाता है। गैस्ट्रिक अल्सर, पेट के सभी रोग, पाइल्स, फिशर, फिस्टुला में भी मैंने बहुत अच्छे परिणाम देखे है। इस तरह कई केसेस में ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ती। वात रोग, कमर दर्द, सायटिका, जोड़ों का दर्द, माइग्रेन इत्यादि में भी बहुत आराम मैंने देखा है। ऐसा नहीं है कि होम्योपैथिक दवाएं केवल क्रोनिक केस में ही काम करती है, मैंने एक्यूट केसेस भी उतनी ही तेजी से ठीक किए है। एक आम समस्या है इनफर्टिलिटी या किसी कारण से महिला को बच्चे नहीं इसमें कई कारण हो सकते है। महिला पुरुष दोनों में जैसे पुरुष में स्पर्म की कमी होना या लेडीज मै श्वद्दद्दह्य का ना बनना एवं अन्य कोई भी कारण हो उसको भी ठीक करके कई पैरेंट्स को बच्चे का सुख मिला है।
किडनी केस में क्रिएटनीन का Increase होना प्रोस्टेट ग्रंथि के बढऩे के कारण बार-बार यूरिन जाना, पेशाब रुक-रुक कर होना, कई बार रोगी पेशाब नली या कैथेटर भी लगा कर आते है उनको भी आराम मिलता है, डायबिटीज इत्यादि समस्याओं का निदान भी होता है। ये एक बहुत बड़ी भ्रांति है कि होम्योपैथिक से परिणाम बहुत देर से आते है अगर मेडिसिन का चुनाव ठीक है तो आराम जल्दी होता है ये बात मैंने अपनी मां के केस में बताई है जो मात्र 1 दिन में ही कोमा से बाहर आ गई,
इसी तरह एक भ्रांति है होम्योपैथिक में परहेज बहुत होते है, जबकि ऐसा कोई परहेज नहीं है जो बीमारी से संबंधित परहेज होता है वही है, जैसे अस्थमा में ठंडी चीजों का परहेज करना ताकि परिणाम जल्दी व सही आ सके। मेरा ये 25 वर्षों का अनुभव है यदि डॉक्टर अनुभवी है दवाएं अच्छी क्वालिटी की है तो कोई भी रोग जो दवा से ठीक हो सकता है वो जरूर ठीक होगा। बस कहा और कब तक ठीक होगा ये रोग पर निर्भर करता है बस रोगी को इस चिकित्सा और अपने डॉक्टर पर धैर्य व विश्वास करना होगा।