CG PSC: अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र की मुसीबतों से टूटकर बिखरने से नही…जिले का बढ़ाया…

CG PSC: अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र की मुसीबतों से टूटकर बिखरने से नही…जिले का बढ़ाया…

Shattered by troubles, Struggling, Achieve success, Prabha Manjhi,

prabha manjhi

-प्रभा ने सीजी पीएससी के ग्रन्थपाल में सफलता हासिल कर अपने जिले का मान बढ़ाया
-छग लोकसेवा आयोग ग्रन्थपाल उच्च शिक्षा विभाग के नतीजे हुए घोषित

बीजापुर/नवप्रदेश। मुसीबतों से टूटकर बिखरने (Shattered by troubles) से नही बल्कि संघर्ष करके सफलता हासिल (Struggling Achieve success) करने से निखरने होता है इस बात को प्रभा मांझी (Prabha Manjhi) ने चरितार्थ करके दिखाया।

माँ पिता जी से प्रेरणा लेकर घर की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी अपनी पढ़ाई को निरन्तर जारी रखा। प्रभा ने अपने स्कूल व कालेज स्तर की पढ़ाई सरकारी स्कूल में ही हिन्दी माध्यम से की। हिंदी माध्यम के बाद अंग्रेजी माध्यम से प्राइवेट छात्रा के रूप में एम लिब की पढ़ाई पंडित रविशंकर विश्व विद्यालय में करने के लिए काफी मेहनत करना पड़ा।

प्रभा ने बिना किसी कोचिंग संस्थान के ही नेट, सेट एवं सीजी पीएससी जैसे महत्वपूर्ण परीक्षा उत्तीर्ण की। प्रभा कहती है कि प्राथमिक विद्यालय से ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई हिंदी माध्यम से करने के बाद अंग्रेजी माध्यम में पढने के लिये बहुत समय एवं मेहनत की जरूरत थी। घर के काम काज और ऑफिस के कार्य से समय निकाल कर रात के समय पढऩे होता था यह मेरे जीवन का महत्वपूर्ण क्षण था जिसमे काफी कुछ सीखने मिला और समय की कीमत भी पता चला।

हालांकि प्रभा ने कक्षा 12 वी उत्तीर्ण के बाद कुछ वर्ष एक सरकारी स्कूल में बतौर शिक्षिका के पद पर अपनी सेवाएं दी और बाद में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित परीक्षा में प्रयोगशाला तकनीशियन के पद पर चयन होने से शिक्षिका के पद से त्यागपत्र देना पड़ा। इसके बाद भी बिना कोचिंग के सब इंस्पेक्टर के मेन्स परीक्षा में एवं मत्स्य निरीक्षक के पद हेतु प्रयास की परन्तु प्रभा को असफलता ही हाथ लगी फिर भी इन्ही असफलताओं से सीख लेते हुए आज उच्च शिक्षा विभाग के ग्रन्थपाल पद को हासिल करने में कामयाब हुई। ये अपने बीजापुर जिले के लिये उपलब्धि की बात है। विदित हो कि जिला बीजापुर छत्तीसगढ़ का अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्र है इस क्षेत्र से लगातार लोकसेवा आयोग में चयन होना बीजापुर क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है

छोटी आयु में ही इन दो नौकरियाँ हासिल करने के बाद भी इनके दिल मे कुछ और बनने की तमन्ना थी जो सीजी पीएससी में ग्रन्थपाल राजपत्रित अधिकारी उच्च शिक्षा विभाग के पद पर चयन होकर दिखाया।इस उपलब्धि को देखकर लगता है कि प्राइवेट अध्ययन, करके भी पीएससी जैसे उच्च स्थान तक पहुंचा जा सकता है।

ज्ञातव्य हो कि छग लोकसेवा आयोग सीजी पीएससी ग्रन्थपाल उच्च शिक्षा विभाग में 56 पद के लिये 15 से 18 सितंबर 2020 को 86 कैंडिडेट्स को इंटरव्यू में बुलाया गया जिसमें से 40 अभ्यर्थियों का चयन किया गया। बीजापुर की प्रभा मांझी ने ग्रन्थपाल के पद पर चयन होकर अपने जिले के साथ साथ परिवार को भी गौरान्वित किया।

प्रभा कहती है कि यदि हमारे मन मे इच्छा शक्ति व कुछ करने की ललक और जज़्बा हो तो अनेक चुनौतीयों के बावजूद भी सफलता हासिल किया जा सकता है। उन्होने आगे कहा कि आज जिस मुकाम पर मैं पहुंची हूँ उसमे मेरे माँ – पिताजी एवं मेरी बहनो के त्याग व परिश्रम का ही प्रतिफल है। प्रभा मांझी का ग्रन्थपाल राजपत्रित अधिकारी लोकसेवा आयोग के पद पर चयन होने की सूचना मिलते ही रिश्तेदार, दोस्त व आसपास के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। सभी लोगों ने घर पहुंच कर प्रभा व उनके माता पिता को बधाईयां व शुभकामनाएं देने लगे।

https://www.youtube.com/watch?v=BdR1gletob0
Navpradesh TV

JOIN OUR WHATS APP GROUP

डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *