Municipal Budget : ननि का बजट हुआ पेश, महिला सुरक्षा और स्वास्थ्य को दी प्राथमिकता
रायपुर/नवप्रदेश। Municipal Budget : मेयर एजाज ढेबर ने रायपुर नगर निगम का बहुप्रतीक्षित बजट गोबर से बने ब्रीफकेस में शहरवासियों के लिए पेश किया। वित्तीय वर्ष 2022-23 का ये बजट 1474 करोड़ 24 लाख का है। बजट को लेकर महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि, बजट में स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है।
महापौर ढेबर ने कहा कि, निगम की टीम पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। हमारी सोच है कि हमारी टीम शुरू से लेकर अंतिम लोंगो तक पहुंच कर राहत देने का काम करें। मंगलवार को पेश होने वाला बजट भी आम लोंगो को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
वार्ड में काम करने के लिए प्रत्येक पार्षद को दिए जाएंगे 10 लाख
महापौर एजाज ने कहा, कोविड-19 के बाद पहला मौका है जब बजट पेश किया गया है। इस बार के बजट में 115 करोड़ 99 लाख 31 हजार रुपये से बड़े नाले, सीमेंट मार्ग निर्माण, डामरीकरण और नाली का निर्माण कार्य किया जाएगा। बजट में इस बार 78 लाख 17 लाख, 72 हजार रुपये से मच्छर उन्मूलन, आवारा कुत्तों के बधियाकरण आदि कार्य किया जाएगा। बजट के बाद प्रत्येक पार्षदों को 10 लाख रुपये वार्ड में काम करने के लिए दिए जाएंगे। इसके पहले रायपुर नगर निगम में मंगलवार को सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई।
छह पार्षदों ने सवाल पूछकर मांगा था जवाब
छह पार्षदों ने (Municipal Budget) इस बार मच्छर, आवारा मवेशी और सामुदायिक भवन पर सवाल लगाकर जबाब मांगा था। जिसका एमआइसी के सदस्यों ने जबाब दिया। महापौर एजाज ढेबर के आग्रह पर भाजपा के पार्षदों के निलबंन वापस ले लिया है, लेकिन भाजपा के पार्षद अपनी मांग को लेकर अड़े हुए हैं। वह नगर निगम मुख्य गेट पर नारे लगा रहे हैं। प्रश्न काल खत्म होते ही एक घंटे के लिए सामान्य सभा की बैठक को आस्थगित कर दिया है।
भजपा पार्षदों ने महापौर हाय-हाय के लगते रहे नारे
बैठक (Municipal Budget) शुरू होते ही भजपा के पार्षदों ने सम्पतिकर, यूजर चार्ज और गोलबाजार के मामले को लेकर सभापति से जबाब मांगने के लिए निवेदन किया, लेकिन जवाब नहीं मिला तो भजपा के पार्षदों ने नारेबाजी कर हंगामा शुरू कर दिया। भाजपा के आठ पार्षदों ने टेबल के ऊपर खड़े होकर हंगामा करने करने लगे। इसपर सभापति ने आठों पार्षदों के निलंबित कर दिया था। निलबंन के बाद भाजपा के सभी पार्षद सदन से बाहर निकलकर महापौर हाय- हाय के नारे लगाने लगे। इस दौरान सदन की करवाई चलती रही।