अनशन पॉलिटिक्स : सांसद vijay baghel ने रमन सिंह के कहने पर तोड़ा अनशन
– तीन दिनों से बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए कर रहे थे भूख हड़ताल
– सीएम भूपेश ने कहा हड़ताल कर क्यों कर रहे हैं जनता को गुमराह
नवप्रदेश संवादाता
रायपुर। बीजेपी कार्यकर्ताओं पर अपराध दर्ज कर जेल जाने के बाद कार्रवाई के खिलाफ में अनशनरत दुर्ग सांसद विजय बघेल (vijay baghel) ने आज अपना धरना खत्म किया। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.रमन सिंह ने सांसद श्री बघेल का अनशन तुड़वाया।
श्री सिंह के अनुरोध पर खत्म हुए अनशन के बाद बीजेपी ने जमकर राज्य सरकार को कोसा। बीजेपी के इस अनशन का मुद्दा राजभवन लेकर भी पार्टी के दिग्गज नेता राज्यपाल से मिले थे। राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उइके से पूरे मामले में हस्तक्षेप कर गृहमंत्री और पुलिस प्रशासन से बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई व्देषपूर्ण कार्रवाई की जानकारी बीजेपी लीडरों ने दी थी।
इधर इस अनशन के मुद्दे पर बिहार के पटना में चुनाव प्रचार के लिए रवाना होने से पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी नेताओं और किए जा रहे अनशन पर तल्ख सवाल किया। उन्हों ने कहा आखिर क्यों और किस लिए किसके खिलाफ बीजेपी सांसद बघेल अनशनरत हैं। उन्हों ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नेता जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
सांसद 3 दिनों से त्याग दिए थे अन्न-जल
पिछले तीन दिनों से अन्न-जल त्याग कर अनशन पर बैठे हुए थे। उनकी मांग थी कि शराब दुकान में विरोध करने पर जिन भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी की गयी है, उन्हें तत्काल छोड़ा जाये। इस अनशन को लेकर पिछले दो दिनों से माहौल काफी गरम था। सांसद की पत्नी भी और दुर्ग के कई पार्टी नेता रोज धरने में साथ देने जुटते जा रहे थे। कल शाम ही भाजपा के शीर्ष नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात भी की थी और इस मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध किया था।
जूस पिलाकर खत्म करवाया यूं अनशन
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के अलावे, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, गौरीशंकर अग्रवाल सहित कई नेताओं ने कल राजभवन में जाकर ज्ञापन सौपा था। जिसके बाद आज भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल सहित शीर्ष नेता पाटन के उस आमरण अनशन स्थल पर पहुंचे थें।
विजय बघेल (vijay baghel) को समर्थन देते हुए सभी ने वहां कार्याकर्ताओं को भी संबोधित किया। संबोधन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने विजय बघेल से अपील की, कि उन्होंने इस मामले में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है और राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि वो इस मामले में हस्तक्षेप करेंगी, इसलिए वो अपना अनशन तोड़ दें, जिसके बाद विजय बघेल ने अपना अनशन तोडऩे का फैसला लिया।
हम विपक्ष में थे तब भी इन्होंने दर्ज करवाया था मुझ पर केस-भूपेश
इधर आज ही इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी बयान आया था कि इस मामले में एकतरफा कार्रवाई नहीं हुई है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की गयी है। सीएम भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि जब ये सत्ता में थे तब मेरे पूरे परिवार पर और न जाने कितने कांग्रेसियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया था।
इन्हों ने भी उस वक्त केस दर्ज करवाया था। यह जो धरना-प्रदर्शन हैं वो बीजेपी प्रशासन के खिलाफ या न्यायालय के खिलाफ कर रही है यह स्पष्ट करे। भाजपा रिलीफ कहां चाह रही है यदि मामला न्यायालय का है तो वहां सरकार कुछ सहयोग नहीं कर सकती। भाजपा जनता को और अपने कार्यकर्ताओं को गुमराह न करे।