Monsoon Relief : खरीफ का बड़ा क्षेत्र बारिश पर निर्भर, 27 मई तक केरल, छत्तीसग़ढ में…?
रायपुर/नवप्रदेश। Monsoon Relief : जी हां, छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए यह राहत भरी खबर है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि इस बार मानसून 27 मई तक केरल पहुंच जाएगा। अगर ऐसा होता है तो अगले 10 दिनों यानी 7 जून तक छत्तीसगढ़ में मानसून के आने की पूरी संभावना है।
यह खबर किसानों समेत राज्य के लोगों को राहत देने वाली है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है, छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए समय से मानसून का आना और सामान्य रहना बड़ी राहत है। यहां खरीफ के फसलों का बड़ा रकबा बरसात पर ही निर्भर है। जैसे-जैसे मानसून उत्तर की ओर बढ़ता है, क्षेत्रों को चिलचिलाती गर्मी के तापमान से राहत का अनुभव करवाता है।
दक्षिण पश्चिम मानसून लगभग 7 दिनों के मानक विचलन के साथ 1 जून को केरल में आता है। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है, भारत में दक्षिण अंडमान सागर में शुरुआती मानसूनी बारिश का अनुभव होता है। इसके साथ ही मानसूनी हवाएं बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ती हैं।
पिछले 17 वर्षों यानि 2005-2021 के दौरान केरल (Monsoon Relief) में मानसून की शुरुआत की तारीख आईएमडी के संक्रियात्मक पूर्वानुमान के अनुसार सही हुआ। इस बीच 2015 में कुछ दिन आगे-पीछे। हाल के 5 वर्षों यानि 2017-2021 के लिए पूर्वानुमान तालिका इस प्रकार है।
मानसून की हो रही है प्रगति
सामान्य रूप से दक्षिण-पश्चिम मानसून 22 मई तक अंडमान सागर के ऊपर से आगे बढ़ता है। अभी बढ़ी हुई क्रास इक्वेटोरियल हवा की स्थिति दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीप समूह और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के अनुकूल हो रही हैं। मौसम विभाग के गणितीय मॉडल के मुताबिक इस साल केरल में मानसून की शुरुआत सामान्य से कुछ पहले यानी 27 मई से होने जा रही है। इस मॉडल में चार दिन-आगे पीछे होने की गुंजाइश है।
वास्तविक तिथि -मानसून का पूर्वानुमान
2021 – 03 जून – 31 मई
2020 – 01 जून – 05 जून
2019 – 08 जून – 06 जून
2018 – 29 मई – 29 मई
2017 – 30 मई – 30 मई
मॉडलों में प्रयुक्त 6 पूर्वसूचक
i) उत्तर-पश्चिम भारत में न्यूनतम (Monsoon Relief) तापमान,
ii) दक्षिण प्रायद्वीप में मानसून पूर्व/प्री-मानसून वर्षा का चरम,
iii) दक्षिण चीन सागर के ऊपर बहिर्गामी दीर्घतरंग विकिरण (OLR),
(iv) दक्षिण-पूर्व हिंद महासागर पर निचली क्षोभमंडलीय क्षेत्रीय पवन,
(v) पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर के ऊपर ऊपरी शोभमंडलीय क्षेत्रीय पवन,
(vi) दक्षिण-पश्चिम प्रशांत क्षेत्र में बहिर्गामी दीर्घतरंग विकिरण (OLR)