Manish Sisodia : मनीष सिसोदिया का महिमामंडन
Manish Sisodia : नई दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया हजारों करोड़ रूपए के शराब घोटाले में सीबीआई और ईडी के हत्थे चढ़ गए है। भ्रष्टाचार के आरोपी मनीष सिसोदिया का खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार महिमामंडन कर रहे है और मनीष सिसोदिया को कट्टर ईमानदार बता रहे है। आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भी अरविंद केजरीवाल के सुर में सुर मिलाते हुए मनीष सिसोदिया की शान में कसीदे गढ़ रहे है। जब मनीष सिसोदिया के खिलाफ शराब घोटाले को लेकर सीबीआई ने जांच शुरू कर थी तब मनीष सिसोदिया ने खुद को महाराणा प्रताप का वंशज बताते हुए कहा था वे ऐसी किसी जांच से डरने वाले नहीं है।
जब सीबीआई ने अपना शिकंजा और कंसा तो मनीष सिसोदिया ने खुद को शहीद भगत सिंह का अनुयायी बताते हुए कहा था कि केन्द्र सरकार उनके खिलाफ बदले की कार्यवाही कर रही है लेकिन वे झुकने वाले नहीं है। दिल्ली शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के सात दिन बाद भी देश की राजधानी में मचा सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसके उलट ‘ईमानदार कौन’ को लेकर सियासी जंग पहले से ज्यादा तेज हो गई है. इस जंग में आप का ‘आई लव यू मनीष सिसोदिया , कांग्रेस की ओर से ‘शराब की सेल में पटपडग़ंज विधायक जेल में’ और बीजेपी का केजरीवाल सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर सड़क आने की घटना ने आग में ‘घी’ डालने जैसा काम किया है।
वहीं, मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के विरोध में आप की ओर चलाए गए “आई लव मनीष सिसोदिया अभियान को लेकर दिल्ली के शास्त्री पार्क थाने में केस भी दर्ज कराया गया है. दिल्ली पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ केस राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के आदेश पर केस दर्ज किया है. एनसीपीसीआर ने आप की इन गतिविधियों को गैर कानूनी करार दिया है. एनसीपीसीआर ने अपने आदेश में कहा था कि एजुकेशन टास्क फोर्स के सदस्य शैलेश, राहुल तिवारी, वैभव श्रीवास्तव, तारिशी शर्मा और दिल्ली डायलॉग कमीशन के उपाध्यक्ष जैस्मिन शाह ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए स्कूलों के प्रिंसिपल और शिक्षकों से यह अभियान चलवाया. इसलिए, इनके खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए।
सिसोदिया के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शनिवार को किए गए एक ट्वीट में लिखा है- साहेब जेल में डालकर मुझे कष्ट पहुंचा सकते हो, मगर मेरे हौसले नहीं तोड़ सकते, कष्ट अंग्रेजों ने भी स्वतंत्रता सेनानियों को दिए, मगर उनके हौसले नहीं टूटे। जेल से मनीष सिसोदिया का संदेश। बता दे कि ईडी के द्वारा आबकारी घोटाले में 290 करोड़ रुपए कथित तौर पर भ्रष्टाचार अर्जित रकम के मामले में सिसोदिया से पूछताछ करना है।
जांच के दौरान पता चला है कि सिसोदिया (Manish Sisodia) पर दोषपूर्ण आबकारी नीति तैयार करने के लिए अन्य लोगों के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप है। ईडी ने अदालत में यह भी दावा किया कि सिसोदिया ने अपने फोन को नष्ट कर दिया, जो जांच में एक महत्वपूर्ण सबूत है।