Maharashtra Politic : शिंदे की महाबगावत, 3 पन्ने के पत्र में लिखा- आपके चाणक्यों ने हमें...पढ़ें लेटर |

Maharashtra Politic : शिंदे की महाबगावत, 3 पन्ने के पत्र में लिखा- आपके चाणक्यों ने हमें…पढ़ें लेटर

Maharashtra Politic: Shinde's great rebellion, written in a 3-page letter – Your Chanakya gave us… read letter

Maharashtra Politic

मुंबई। Maharashtra Politic : महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की गद्दी बुरी तरह हिल रही है। इसका लाइव रिजल्ट गुरुवार को देखने को मिला। शिवसेना का बागी विधायक एकनाथ शिंदे कैंप ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम 3 पन्नों का एक पत्र लिखा। हालाँकि वह पत्र मराठी में लिखा गया है, लेकिन उसका सार बगावत, बेहद नाराजगी, उनके कथित पिछलगू चाणक्य, आदि-आदि अनेक आरोप उसमे शामिल है।

गुरुवार को विधायक शिंदे कैंप ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को जो पत्र लिखा है, उसमे उन्होंने लिखा कि, वह कभी नेताओं की समस्याएं सुनने के लिए उपलब्ध नहीं रहे। संपर्क से दूर रहे। यहां तक कि हाल ही में हुए राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव की रणनीति से भी उन्हें दूर रखा गया। उन्होंने आगे लिखा ‘आपके पास इकट्ठा हुए कथित चाणक्यों ने हमसे बात करने नहीं दिया और अब नतीजा सबके सामने है। हमें कहा गया कि आप छठी मंजिल पर आप लोगों से मिल सकते हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ।’

विधायक होकर भी हमें आपसे मिलने आपके करीबियों के आगे-पीछे घूमना पड़ता

उन्होंने कहा, ‘अपने विधानसभा क्षेत्रों पर काम के लिए हमने कई बार संपर्क किया तो फोन तक नहीं उठते। ये सारी चीजें हम भुगत रहे थे और सभी विधायकों ने यह सहन किया है। हमने आपके आसपास के लोगों को यह बताने की कोशिश की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।’

आपके नेताओं का कहना है कि सीएम (Maharashtra Politic) से मुलाकात के लिए करीबियों से संपर्क साधना पड़ता है, हमने वह भी किया। उन्होंने लिखा, ‘आपने जब वर्षा को छोड़ा तो काफी भीड़ वहां दिखाई दी। अच्छा हुआ कि पहली बार इस बंगले के दरवाजे आम लोगों के लिए भी खोले गए। पिछले ढाई साल से इस बंगले के दरवाजे बंद थे। विधायक होकर भी हमें आपसे मिलने के लिए आपके करीबियों के आगे-पीछे घूमना पड़ता है।’

कई विधायकों को खुद उद्धव ठाकरे ने ही अयोध्या जाने से रोक दिया

हाल ही में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे उत्तर प्रदेश के अयोध्या पहुंचे थे। इस यात्रा को लेकर पत्र में कहा गया है, ‘हमें भी रामलला के दर्शन करने थे, लेकिन ऐसा क्यों नहीं करने दिया गया।’ उन्होंने कहा, ‘अब हम सब न्याय और हक के लिए एकजुट हुए हैं। इसीलिए हमने उन्हें नेता मानते हुए यह फैसला लिया है। हिंदुत्व, अयोध्या और राम मंदिर शिवसेना के मुद्दे हैं, लेकिन हमें रोक दिया गया। कई विधायकों को खुद उद्धव ठाकरे ने ही अयोध्या जाने से रोक दिया।’

क्रॉस वोटिंग पर किया खंडन

बागी विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की बातों का खंडन किया है। उन्होंने लिखा, ‘राज्यसभा चुनाव में शिवसेना का एक भी वोट क्रॉस वोट नहीं हुआ था। इसके बाद भी विधान परिषद चुनाव से पहले हम पर अविश्वास जताया गया।’ शिवसेना नेताओं ने कहा, ‘हमें कभी वर्षा पर जाने की परमिशन नहीं मिली। एनसीपी और कांग्रेस के लोग आसानी से मिल जाते थे, लेकिन हमें एक्सेस नहीं था।’

बुधवार को सीएम ठाकरे ने नेताओं को संबोधित (Maharashtra Politic) किया था। उस दौरान उन्होंने बागी विधायकों से चर्चा करने की बात कही थी। इसपर पत्र में कहा गया है, ‘कल आपने इमोशनल भाषण दिया था, लेकिन उसमें हमारे मुद्दों पर कोई बात नहीं की गई।’

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