जम्मू कश्मीर: एक और सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी
जम्मू कश्मीर से 370 का खात्मा होने के बाद वहा हिंसा की घटनाएं जरूर कम हुई है लेकिन अभी भी वहां बड़ी संख्या में आतंकवादी मौजूद है। जो समय-समय पर अपने नापाक मंसूबो को अंजाम देने में सफल हो जाते है। यह बात अलग है कि भारतीय सेना और सुरक्षा बल के जवानों की सर्तकर्ता के कारण ये दहशतगर्द किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं। भारतीय सेना लगातार कश्मीर में आपरेशन ऑलआउट चला रही है और चून-चून कर इन आतंकवादियों को बहत्तर हुर्रो के पास रवाना कर रही है।
ऐसी ही एक मुठभेड़ में पांच और आतंकवादी जहन्नूम रसिद किए गए। भारतीय सेना और सुरक्षा बल के जवान बधाई के पात्र है। जो लगातार कश्मीर में आतंकवाद के खात्में के लिए अभियान चला रहे है लेकिन अभी भी वहां से आतंकवादियों का पूरी तरह सफाया नहीं हो पाया है।
इससे यह आशंका तो बनी ही रहती है कि कहीं ये आतंकवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम ना दे दे। ऐसा ना हो इसके लिए जरूरी है कि कश्मीर में एक बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक इन आतंकवादियों और उनके हिमायतियों के खिलाफ की जाए। दरअसल कश्मीर घाटी में अभी भी अलगावादी ताकते सक्रिय है जो इन आतंकवादियों को हर संभव मदद मुहैय्या कराती है। पड़ोसी देश पाकिस्तान भी कश्मीर में शांति बहाल होने से अपना आपा खो चुका है और चाहता है कि कश्मीर में अशांति फैले ताकि वह अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर फिर बेसुरा कश्मीर राग अलाप सके।
कश्मीर में तीन दिवसीय जी-20 देशों की बैठक के दौरान भी पाकिस्तान ने वहां अशांति फैलाने की साजिश रचि थी। जो सफल नहीं हो पाई। पाकिस्तान आज भले ही बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है लेकिन कश्मीर में गड़बड़ी फैलाने की कोशिशें करने से बाज नहीं आ रहा है। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि कश्मीर में अशांति फैलाकर वहां के विकास में औरोध खड़ा करने वाले आतंकवादियों और अलगावादी ताकतों के साथ ही पाकिस्तान परस्त उनके हिमायतियों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की जाए। जब तक कश्मीर से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता तब तक वहां विकास के कार्यों को अमलीजामा पहना पाना मुश्किल होगा।
ये आतंकवादी और उनके हिमायती दरअसल विकास विरोधी है जो यह चाहते है कि कश्मीर में अशांति कायम रहें ताकि कश्मीर को लेकर पुरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर सके और यह साबित किया जा सके कि कश्मीर से 370 का खात्मा गलत निर्णय रहा है। इस बात को केन्द्र सरकार गंभीरता से ले और इसके पहले की कश्मीर में पाकिस्तान के इसारे पर आतंकवादी कोई बड़ी वारदात को अंजाम देने का दुष्साहस करें। उन आतंकवादियों को नेस्तनाबुत करने के लिए प्रभावी करें।