IAS officer In Bollywood : IAS और फिर Cannes रेड-कार्पेट तक…अभिषेक सिंह की फ़िल्मी उड़ान…!

नई दिल्ली, 9 जून। IAS officer In Bollywood : जब टीन-एज प्यार ने दिल तोड़ा, तो एक नौजवान ने दर्द को ऊर्जा में बदला और यूपीएससी में ऑल इंडिया रैंक 94 हासिल कर ली। यही थे अभिषेक सिंह—उत्तर प्रदेश-कैडर के तेज-तर्रार IAS अधिकारी। लेकिन उनकी कहानी यहीं नहीं रुकी; सिविल-सर्विस की चकाचौंध से महज़ एक दशक में वे बॉलीवुड के स्पॉटलाइट तक जा पहुँचे।
दिल-टूटने से लेकर लाल-बत्ती तक
कॉलेज के दिनों में मिले धोखे ने अभिषेक को पढ़ाई में झोंक दिया; 2011 में वे IAS बने।
पिता IPS अफ़सर, पत्नी दुर्गाशक्ति नागपाल भी चर्चित IAS—फिर भी “सरकारी” ग्लैमर उन्हें बाँध न सका।
2023 में इस्तीफ़ा देकर कैमरे के सामने आ खड़े (IAS officer In Bollywood)हुए; फ़ैसला जितना जोखिम-भरा था, उतना ही ऐतिहासिक भी।
सिल्वर-स्क्रीन पर तेज़ शुरुआत
डेब्यू: शॉर्ट फ़िल्म ‘चार पंद्रह’ (2020) — महज़ 72 घंटों में शूट, कई अवॉर्ड अपने नाम।
म्यूज़िक वीडियो: बी प्राक का ‘दिल तोड़ के’ और जुबिन नौटियाल का ‘तुझे भूलना तो चाहा’—दोनों यूट्यूब पर मिलियन्स क्लब में।
ओटीटी पर एंट्री: ‘Delhi Crime S2’ में अहम (IAS officer In Bollywood)भूमिका, जहाँ रियल-लाइफ़ अफ़सर की रियलिस्टिक ऐक्टिंग चर्चित रही।
Cannes पर पहला भारतीय ‘ब्यूरोक्रैट-एक्टर’
2025 में अभिषेक ने इतिहास रचा—पहले पूर्व IAS के तौर पर Cannes Film Festival के रेड-कार्पेट पर उतरे। उनकी ऐतिहासिक फ़िल्म ‘1946: Direct Action Day’ की स्क्रीनिंग ने समीक्षकों को प्रभावित किया, और कोलकाता में हुई स्पेशल प्री-व्यू को भी जबरदस्त सराहना मिली।
आगे क्या?
लीड रोल: ‘1946: Direct Action Day’ — कलकत्ता दंगों की पृष्ठभूमि पर बनी यह पीरियड ड्रामा 2025 के अंत तक सिनेमाघरों में (IAS officer In Bollywood)आएगी।
पॉप-म्यूज़िक फ़्रंट: बादशाह के साथ ‘Slow Slow’ और सनी लियोनी के साथ ‘Third Party’ वीडियो पहले ही इंटरनेट पर धूम मचा चुके हैं।
फ़ैशन सर्किट: मनीष मल्होत्रा soirées से लेकर बॉलीवुड प्रीमियर तक, उनका “आफ़िसर-टर्न्ड-एक्टर” टैग सोशल-साइड पर ट्रेंड करता दिख रहा है।
क्यों खास है यह सफ़र?
दर्द → डेडिकेशन → दर्शकवाहवाही: निजी संघर्ष को मीठी जीत में बदलने की आधुनिक मिसाल।
कैरियर-स्विच की हिम्मत: पद, पावर और परंपरा छोड़कर पैशन का पीछा करना आसान नहीं।
सोशल-इम्पैक्ट नैरेटिव: फ़िल्म के विषय से लेकर ऑफ-स्क्रीन रक्तदान अभियान United By Blood तक, वे स्क्रीन से परे भी चर्चा में रहते हैं।