Convention Conclusion : राष्ट्रीय महाधिवेशन के खड़गे का समापन भाषण

Convention Conclusion : राष्ट्रीय महाधिवेशन के खड़गे का समापन भाषण

रायपुर/नवप्रदेश। Convention Conclusion : कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के समापन भाषण में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ‘मजबूत कांग्रेस बुलंद भारत’ का नारा दिया। उन्होंने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम के साथ सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सराहना की।

खरगे ने समापन भाषण

कांग्रेस के रायपुर महाधिवेशन का भले ही औपचारिक रूप से समापन होगा, लेकिन इसके साथ नई कांग्रेस का आगाज होने जा रहा है। छत्तीसगढ़ पीसीसी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके सहयोगी मित्रों, सेवा दल, फ्रंटल आर्गनाइजेशन का आभार जिन्होंने पिछले कईदिनों में लगातार मेहनत कर इतना अच्छा आयोजन किया। कश्मीर से कन्याकुमारी और गुजरात से अरुणाचल प्रदेश तक देश के कोने-कोने से यहां प्रतिनिधियों की मौजूदगी रही. इस सम्मेलन में सोनिया जी का बहुत प्रेरक संबोधन रहा। उनका भाषण हमारे लिए स्पिरिट और शक्ति देने वाला भाषण है। राहुल जी और प्रियंका जी के साथ वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में जमीनी नेताओं ने कई महत्वपूर्ण बातें कहीं।

राहुल गांधी जी ने अपने भाषण में यह बात कही कि चंद लोग इस देश की संपत्ति को लूट रहे हैं। पैसा हमारा और संपत्ति भी हमारी और उस पैसे से वे खरीदकर मोदी जी एक व्यक्ति को दे रहे हैं। उस अडानी को इतना बड़ा बना रहे हैं कि एक व्यक्ति हाथी के जैसा मोटा बन गया है और किसी व्यापारियों को सरकार ने इतनी मदद नहीं कि जितना अडानी को किया। इसके लिए जो राहुल गांधी ने एक संकल्प दिया कि पूरी कांग्रेस पार्टी एक होकर सत्य की खोज में निकलना है। कैसे इतना पैसा आया, कितना पैसा उन्होंने बनाया, किन रीतियों से बनाया, हम लड़ेंगे। हम उनके साथ लड़ेंगे. उनके साथ खड़े होंगे।

जैसे भारत जोड़ो यात्रा में एक होकर कन्याकुमारी से कश्मीर (Convention Conclusion) तक सफल बनाया। 138 साल के कांग्रेस के इतिहास में अब तक 85 महाधिवेशन हुए हैं। इनमें देश की दिशा को बदलने वाले फैसले हुए हैं। लोगों के सरोकार से जुड़ी कई योजनाएं ऐसी हैं, जिनके मूल विचार हमारे अधिवेशनों में आए हैं। यहां तक कि भारत के संविधान में शामिल मूल अधिकार का विचार कराची रिजोल्यूशन में आया था। उसी के विचार हमारे बहुल से रिजोल्यूशन में आए हैं। रायपुर में उसी परंपरा के अंतर्गत राजनीतिक, आर्थिक, अंतर्राष्ट्रीय, कृषि, सोशल जस्टिस और यूथ से संबंधित प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया. आपने उसे पारित किया।

इन प्रस्तावों के ड्राफ्ट बनाने से लेकर अंतिम रूप देने में काफी मंथन हुआ। इसमें कई लोगों की भागीदारी रही। सीडब्ल्यूसी सदस्यों की संख्या 25 से 35 करने का फैसला हुआ है। सीडब्ल्यूसी में 50 प्रतिशत जगह एससी एसटी ओबीसी महिला और युवाओं को देने का ऐतिहासिक निर्णय हमने लिया है। यहां की चर्चा सार्थक रही। जो सुझाव आए हैं, वह संगठन और राज्य सरकारों के साथ अन्य क्षेत्रों के लिए उपयोगी साबित होगी। 2024 में इन मुद्दों का महत्व होगा। 2023 में होने वाले राज्यों के विधानसभा चुनाव में इसकी बड़ी उपयोगिता होती।

शहीद वीर नारायण सिंह नगर नया रायपुर में पिछले तीन दिनों में अनेक विषयों पर चर्चा की जिससे हमारी पार्टी को भविष्य की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी। जमीनी स्तर पर बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाने का काम मजबूत करना है। यहां जिन प्रस्तावों को मंजूरी दी है, उन्हें कार्यान्वित कर भारत को एक नया इतिहास रचाएंगे। जहां हमारी राज्य सरकारें हैं, वहां इस पर काम करेगी, जहां सरकार बनेगी, वहां इस एजेंडे को आगे बढ़ाएंगी। जहां विपक्ष में हैं, वहां इन सवालों को आगे बढ़ांएंगे।

2024 में केंद्र में सरकार में आने पर जो विषय केंद्र से जुड़े हैं, वे करेंगे। 62 सालों तक देश की आजादी के लिए संघर्ष किया।देश को आजादी और संविधान दिया। लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया। देश की जनता भी हमसे यही उम्मीद करती है। आज हमारे सामने तमाम चुनौतियां हैं, लेकिन कोई ऐसी चुनौती नहीं है, जिसका समाधान कांग्रेस नहीं निकाल सकती। अनुशासन और संकल्प की जरूरत है। पार्टी की ताकत में ही हमारी ताकत है। हम जो राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे, उसका संदेश करोड़ों साथियों तक जाएगा।

समय के साथ बहुत सी चीजें बदलती हैं। लोगों की आकाक्षाएं बदलती हैं। नई चुनौतियां सामने आती हैं, रास्ता भी निकलता है। राजनीतिक और सामाजिक कामों का रास्ता कभी खत्म नहीं होता। हमें केवल चलते रहना है। नौजवान साथियों से खासतौर पर अपील करना चाहता हूं कि भविष्य आपका है। कांग्रेस मजबूत होगी तो देश काभविष्य सुरक्षित होगा। राहुल जी ने जो रास्ता बनाया है, उसे आगे ले जाने का जिम्मा आपका है।

देश में अमीर और अमीर हो रहा है, जबकि गरीब और गरीब हो रहा है। गांव और शहरों के बीच खाई बढ़ रही है। हमें गरीबों, किसानों, मजदूरों, अल्पसंख्यकों, आदिवासी, महिलाओं के मुद्दे पर लगातार सक्रियता से लड़ना है। बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ अपनी मुहिम को लगातार आगे बढ़ाना है। नफरत फैलाने वाली विचारधारा का मुकाबला करना है। संविधान और लोकतंत्र को बचाने और सुरक्षा करने की सबकी जिम्मेदारी है। कांग्रेस का मतलब देशभक्ति त्याग और बलिदान, समृद्धि और खुशहाली, कांग्रेस का मतलब निर्भयता और अनुशासन है। हरेक कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता इसी का प्रतीक है।

कांग्रेस ने न केवल देश को आजाद कराया, बल्कि एक समृद्ध भारत की बुनियाद रखी। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।

बीजेपी आरएसएस के खिलाफ लड़ाई तेज होगी। एकजुट होकर लड़ने के लिए तैयार हैं। भारत जोड़ो यात्रा से यही मार्गदर्शन मिला है।

आर्थिक विषमताएं निजीकरण बेरोजगारी महंगाई सबसे बड़ी चुनौतियां हैं. पब्लिक सेक्टर की भूमिका को नई शक्ति देनी होगी. मित्रवादी पूंजीवाद से देश को बचाना है.

किसान और खेत मजदूर आर्थिक नीति का आधार होना चाहिए। कृषि का निजीकरण हानिकारक होगा। कृषि में और अधिक आर्थिक निवेश के अलावा दूसरा रास्ता नहीं है।

जातिगत जनगणना अनिवार्य बन गया है। नई जनगणना जरूरी है।

नागपुर एजुकेशन पॉलिसी के खिलाफ हैं। यह देश समाज को पीछे ले जाएगा। जो संविधान बनाना चाहता हैं, वे मनुवाद का शिक्षण देना चाहते हैं। उसका मुकाबला करना है।

चीन को क्लीनचिट देकर हमने अपने पांव पर कुल्हाड़ी मार ली है। जिन पड़ोसी देशों से संबंध अच्छे थे, उनसे विफल विदेश नीति का खतरा मंडरा रहा है। हम उनकी गलतियां बताते रहेंगे।

कांग्रेस का हर साथी आखिरी सांस तक एकजुट होकर लड़ेगा (Convention Conclusion) और जीतेगा। एक मजबूत कांग्रेस से ही यह मजबूत भारत बन सकता है।

JOIN OUR WHATS APP GROUP

डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *