Video:CM भूपेश का दिल्ली मिशन हुआ सफल,”भूपेश है तो भरोसा है” के नारे के साथ किया गया जोरदार स्वागत
CM Bhupesh Mission : प्रदेश के विकास का मॉडल पुरे देशभर में पहुंचाया जायेगा-सीएम
रायपुर/नवप्रदेश। CM Bhupesh Mission : छत्तीसगढ़ के मुख्यम्नत्री भूपेश बघेल का दिल्ली मिशन कामयाब माना जा रहा है। इसी कामयाबी के बाद शनिवार को सीएम भूपेश बघेल विशेष विमान से 54 विधायकों के साथ दिल्ली से रायपुर लौटे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश की अगुवाई में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर पहुंचे और अपने मुखिया का भव्य स्वागत किया।
हजारों की संख्या में स्वागत करने पहुंचे समर्थक
भूपेश बघेल 54 विधायकों के साथ विशेष विमान से शनिवार को रायपुर पहुंचे जहां हजारों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता भूपेश बघेल के समर्थन में शक्ति प्रदर्शन करते दिखाई दिए। आज का शक्ति प्रदर्शन बीते बुधवार से करीब तीन गुना था। ये इतना जबरदस्त था कि सुरक्षा व्यवस्था में अतिरिक्त पुलिस बल एयरपोर्ट पर लगाना पड़ा। स्वागत की कड़ी में एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता सहित अन्य कार्यकर्ताओं का हुजूम रायपुर एयरपोर्ट पर दिखाई दिया। दूर-दूर तक नजर डालने से केवल कार्यकर्ताओं का हुजूम ही दिखाई दे रहा था। इसके बावजूद भी व्यवस्थाओं को दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश से मिलने लोग आतुर दिखाई दिए।
समर्थकों में काफी आपाधापी भी मिलने के लिए देखा गया। यह समर्थक छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में प्रदेश के दूरदराज इलाकों से राजधानी के विमानतल पर स्वागत के लिए पहुंचे हुए थे। समर्थक अपने हाथों में भूपेश बघेल के समर्थन में तख्तियां लिए “भूपेश है तो भरोसा है” का नारा लगाते हुए अपने मुखिया का पुरजोर समर्थन किया और इनकी ही नेतृत्व में सरकार को आगे चलाने की मंशा भी जाहिर की। समर्थकों का कहना था कि छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री पर सभी को भरोसा है और इन्हीं के नेतृत्व में सरकार विकास की गाथा प्रदेश में जरूर लिखा जायेगा।
54 विधायकों के साथ रायपुर लौटे सीएम भूपेश
शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और 54 विधायक एक साथ विशेष विमान से रायपुर पहुंचे हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि विमान में भी विधायकों ने अपनी एकजुटता दिखाई और बकायदा विमान का फोटो सोशल मीडिया में वायरल किया गया। जिसमें भूपेश बघेल के साथ 54 विधायक और मंत्री दिखाई दे रहे हैं। शनिवार दोपहर करीब 3:30 बजे रायपुर विमानतल पर पहुंचे और उसके बाद समर्थकों ने भूपेश बघेल के समर्थन में जमकर नारेबाजी की और अपने मुखिया पर पुष्प वर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मीडिया से चर्चा के दौरान की कार्यकर्ताओं का साथ हमेशा कांग्रेस के साथ होना बताया।
ढाई साल के फार्मूले को किया अनसुना
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि राहुल गांधी से शुक्रवार को लंबी चर्चा हुई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं, विधायकों और मंत्रियों के भावनाओं का समर्थन करते हुए राहुल गांधी तीन दिवसीय दौरे पर अगले सप्ताह उत्तर और दक्षिण छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे और छत्तीसगढ़ मॉडल को पूरे देश भर में पहुंचाया जाएगा। सीएम ने कहा आदिवासी, गरीबों और अन्य तबकों के लिए जो विकास के कार्य किए गए हैं उन कार्यों से राहुल गांधी प्रदेश में आकर रूबरू होंगे।
सीएम ने कहा कि कांग्रेस का प्यार किसी में भी कम नहीं हुआ है बल्कि और ज्यादा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं, विकास की गति और अन्य कई योजनाओं को लेकर राहुल गांधी से चर्चा हुई है। कोरोना काल के कारण और चुनाव के बाद राहुल गांधी का दौरा प्रदेश में नहीं हो पाया है, लेकिन अब लोगों की भावनाओं को देखते हुए राहुल गांधी 3 दिन की यात्रा पर छत्तीसगढ़ दौरा करेंगे। मीडिया के सवाल पर ढाई साल के फार्मूले को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनसुना कर दिया और मीडिया के सवालों का जवाब ना देते हुए अपने समर्थकों की ओर आगे बढ़ गए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बैरिकेट्स तक पहुंचे और अपने समर्थकों से बाकायदा रूबरू हुए उन्होंने समर्थकों के करीब पहुंचकर अभिवादन स्वीकार किया और उसके बाद अपने वाहन पर चढ़कर लोगों को हाथ हिला कर स्वागत का जवाब भी दिया
सीएम भूपेश को मिला अभयदान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की शुक्रवार को हाईकमान के साथ हुई बैठक के बाद माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में भूपेश बघेल को अभय दान मिला है। हालांकि शुक्रवार को हुई बैठक के बाद भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान ढाई साल के फार्मूले को ही दरकिनार कर दिया और कहा था कि राहुल गांधी आगामी सप्ताह छत्तीसगढ़ दौरे पर होंगे। जहां बस्तर और सरगुजा में जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा भी करेंगे, इस वक्त मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी साथ होंगे।
राहुल गांधी के इस संकेत के बाद प्रदेश में चल रहा ढाई साल का फार्मूला लगभग खत्म होता माना जा रहा है। हालाकी राजनीति में सभी कुछ जायज है जो समर्थकों के आधार पर भी उठाए जाते हैं।
आपको बता दें कि बीते मंगलवार को भी दिल्ली में बैठक के बाद जब बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर पहुंचे थे तो उनके समर्थकों ने शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से यह जता दिया था कि भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही छत्तीसगढ़ सरकार अपना काम आज करेगी। लेकिन अचानक शुक्रवार को एक बार फिर हाईकमान के साथ हुई बैठक के बाद पूरी तरह से यह साफ हो गया कि आगामी दिनों में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही छत्तीसगढ़ की सरकार अपना कामकाज करते रहेगी।
एआईसीसी को समर्थकों ने दिया सन्देश
शुक्रवार को दिल्ली में छत्तीसगढ़ से कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित सांसद,मंत्री विधायक, निगम-मंडल अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के साथ-साथ प्रदेश के सभी महापौर दिल्ली में पहुंचकर भूपेश बघेल के समर्थन में एआईसीसी को जता दिया था कि भूपेश बघेल का नेतृत्व ही छत्तीसगढ़ में स्वीकार्य है। दिल्ली में करीब 54 विधायकों का जमावड़ा यह बता रहा था की भूपेश के नेतृत्व में ही आगे भी सरकार चलेगी।
छत्तीसगढ़ में दिसंबर, 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बीच रिश्ते सहज नहीं रहे। सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। दिल्ली में भूपेश के समर्थन को देखते हुए कांग्रेस हाई कमान को भी शायद ये अंदाजा हो गया की छत्तीसगढ़ में अब ढाई साल का फार्मूला नहीं चलेगा। दिल्ली पहुंचे समर्थकों की भीड़ में मंत्री सिंहदेव के समर्थक कहीं नजर नहीं आये। ऐसे में अब भूपेश-सिंहदेव के बीच चल रहा ढाई-ढाई साल का मुद्दा खत्म माना जा रहा है।
सिंहदेव समर्थकों की आस बरकरार
सीएम बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बीच चल रही तनातनी की स्थिति पर सभी की नजर टिकी हुई है। हालांकि सीएम बघेल तो समर्थकों के साथ छत्तीसगढ़ लौट आए हैं लेकिन अभी भी स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव दिल्ली में ही जमे हुए हैं। उनके करीबियों को अभी भी अपने हाई कमान सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर पूरा विश्वास है कि टीएस सिंहदेव को वादे के अनुरूप मौका जरूर मिलेगा।