Airtel Cyber Protection : AI ने थामा मोबाइल यूजर्स का हाथ…Airtel की तकनीक ने 61 लाख लोगों को साइबर जाल से निकाला…

रायपुर/पटना, 20 जून। Airtel Cyber Protection : डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते खतरे के बीच अब मोबाइल यूजर्स को राहत मिलती नजर आ रही है। एक नई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक ने झारखंड और बिहार के 61 लाख से अधिक मोबाइल उपभोक्ताओं को साइबर ठगी से बचा लिया है। मोबाइल नेटवर्क सेवा प्रदाता द्वारा शुरू की गई इस सुरक्षा प्रणाली ने महज 37 दिनों में यह उपलब्धि हासिल कर ली है।
नवीनतम AI तकनीक, संदिग्ध लिंक को केवल 100 मिलीसेकंड में ब्लॉक कर रही है। यह सिस्टम हर दिन 1 अरब से ज्यादा लिंक को स्कैन करता (Airtel Cyber Protection)है, जिनमें से हजारों फ्रॉड लिंक होते हैं जो SMS, सोशल मीडिया या ईमेल के ज़रिए भेजे जाते हैं।
कैसे काम करता है यह AI सुरक्षा कवच?
कल्पना कीजिए कि किसी यूजर को एक मैसेज आता है —
“आपका पैकेज डिले हो गया है, यहां क्लिक करें ट्रैक करने के लिए।” जैसे ही यूजर लिंक पर क्लिक करता है, AI प्रणाली हरकत में आ जाती है। अगर लिंक फर्जी पाया जाता (Airtel Cyber Protection)है, तो यह सिस्टम उसे तुरंत ब्लॉक कर देता है और यूजर को उसी की भाषा में अलर्ट भेज देता है।
कहां-कहां हो रहा सबसे ज्यादा फायदा?
AI सिस्टम उन इलाकों में ज्यादा प्रभावी साबित हो रहा है जहां डिजिटल साक्षरता या अंग्रेज़ी समझने की दर कम है। इसलिए झारखंड और बिहार जैसे राज्यों में इसकी उपयोगिता कई गुना बढ़ गई है। स्थानीय भाषा में अलर्ट भेजना, इस सिस्टम को और ज्यादा भरोसेमंद और इमोशनल कनेक्शन वाला बनाता है।