Aiims समेत सभी कोविड अस्पतालों में बढ़ेंगे बेड, डॉ. नागरकर व स्वास्थ्य सचिव ने बताया...

Aiims समेत सभी कोविड अस्पतालों में बढ़ेंगे बेड, डॉ. नागरकर व स्वास्थ्य सचिव ने बताया…

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  • एम्स के डायरेक्टर डॉ. नागरकर ने कहा-अभी 400 बेड, जरूरत पड़ी तो और 100 बढ़ाएंगे
  • स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारीक सिंह ने भी कही कोविड सेंटर्स पर बेड बढ़ाने की बात

रायपुर/नवप्रदेश। एम्स (aiims) समेत प्रदेश के जिन भी अस्पतालों में कोविड सेंटर्स (covid centres) बनाए गए हैं, वहां मरीजों के लिए बेड की संख्या (number of bed) बढ़ाई (increase) जाएगी। एम्स में और 100 बेड बढ़ाए जाने की प्लानिंग है। प्रदेश (chhattisgarh) में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बेड बढ़ाए जाएंगे।

एम्स (aiims) के के निदेशक डॉ. प्रो. नितिन एम. नागरकर ने नवप्रदेश को बताया कि एम्स में वर्तमान स्थिति में कोरोना कोविड 19 के मरीजों के लिए 400 बेड उपलब्ध हैं। इनमें से 300 बेड पैक हैं। 271 बेड पर कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं, जबकि अन्य पर कोरोना संदेही मरीजों को रखा गया है। 100 बेड खाली हैं।

डॉ. नागरकर ने आगे बताया कि जरूरत पड़ी तो कोविड वार्ड के लिए और 100 बेड का इंतजाम किया जाएगा। यानी कुल क्षमता 500 हो जाएगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग की सचिव निहारिका बारीक सिंह ने भी बताया कि स्थिति को देखते हुए प्रदेश (chhattisgarh) के कोविड सेंटर्स में बेड की संख्या (number of bed) आगामी दिनोंं में बढ़ाई जाएगी (increase) ।

एम्स में ओपीडी, इमरजेंसी ऑपरेशन यथावत

डॉ. नागरगरकर ने बताया कि एम्स में कोविड 19 मरीजों के साथ ही अन्य मरीजों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सभी विभागों की ओपीडी, इमरजेंसी ऑपरेशन पहले के जैसे ही चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण निजी क्षेत्र के कुछ अस्पताल बंद होने से इमरजेंसी ऑपरेशन की दरकार वाले मरीज अब एम्स में आ रहे हैं। उन्हें तत्काल चिकित्सा की जरूरत है, जो एम्स उपलब्ध करा रहा है।

प्लाज्मा थेरेपी पर ये कहा डॉ. नागरकर ने

एम्स (aiims) में कोरोना मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी केे इस्तेमाल से जुड़े सवाल पर डॉ. नागरकर ने बताया कि स्वस्थ्य हो चुके मरीज का प्लाज्मा लेकर रख लिया गया है। यह एक साल तक वैलिड होता है। इसका इस्तेमाल आईसीएमआर की गाइडलाइन के मुताबिक होता है। आईसीएमआर के पास हमने इस संबंध का डाटा भेजा है। प्लाजमा थेरेपी के इस्तेमाल के लिए मरीज का स्वास्थ्य संबंधी क्राइटेरिया भी देखा जाता है।

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