Police Special Operation : देर रात पुलिस गश्त में 20 लाख नकद व पिस्टल बरामद…हैरान
बिलासपुर/नवप्रदेश। Police Special Operation : बिलासपुर पुलिस की गश्त में शहर में चल रही कई अवैध गतिविधियों का खुलासा हुआ। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर की अगुवाई में विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान शहर के सभी थाना पुलिस स्टाफ ने लगभग प्रमुख चौक चौराहों पर भ्रमण किया।
कार में मिले 20 लाख रुपए
रात करीब 10:30 बजे सत्यम चौक से शुरू ये संयुक्त आपरेशन पुलिस लाइन में समाप्त हुआ। इस दौरान कई आवारा किस्म के युवकों को रात में बेमतलब ना घूमने देने की हिदायत देकर छोड़ा गया। दो पहिया और चार पहिया वाहनों की चेकिंग में पुलिस को बड़ी सफलता भी मिली।
इस विशेष अभियान के दौरान जब पुलिस टीम मेगनेटो मॉल के सामने पहुंची तो पुलिस को वहां खड़ी इनोवा कार की तलाशी ली। तलाशी में पुलिस ने 20 लाख रुपए बरामद किए जिसे सिविल लाइन पुलिस ने जब्त कर लिया। इस बात की छानबीन जारी है कि इनोवा में सवार युवक रात में इतनी राशि लेकर क्यों घूम रहा था। पुलिस पूछताछ में इनोवा कार क्रांतिनगर तारबहार के रहने वाले किसी किंशुक अग्रवाल पिता ओम प्रकाश अग्रवाल की बताई गई।
कारतूस समेत पिस्टल बरामद
इसी कार्रवाई की अलगी कड़ी में पुलिस दयालबंद चौक (Police Special Operation) पहुंची। वहां पर एक जेस्ट कार में राजकिशोर नगर निवासी 23 वर्षीय रबदीप सिंह और एक युवती मौजूद थे। जिसके बाद कार की तलाशी के दौरान उससे एक पिस्टल, पांच कारतूस और एक बेस बॉल का डंडा बरामद हुआ। इस मामले के बाद दोनों को हिरासत में लेकर सिटी कोतवाली पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई।
शराबियों पर भी एक्शन
शहर के सत्यम चौक पुराना बस स्टैंड, शिव टॉकीज चौक, तारबहार चौक, रेल्वे स्टेशन, मेगनेटो मॉल, गांधी चौक, टिकरापारा, कोतवाली चौक, देवकीनन्दन चौक, राजेन्द्र चौक पर पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर बेतरतीब खड़े वाहनों को चेक किया।बेमतलब घूम रहे लोगों को हिदायत देकर घर भेजा गया। साथ ही शराब पीकर वाहन चला रहे लोगों पर एमबी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
इस कार्रवाई में 15 वाहन चालकों पर कार्रवाई (Police Special Operation) के साथ कुछ वाहनों में प्रतिबंधित आपत्तिजनक सामान पाए जाने पर कार्रवाई की गई। रात में चलाए गए अभियान के तहत सीनियर एसपी पारुल माथुर के अलावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, नगर एसपी सिविल लाइन, नगर पुलिस अधीक्षक सिटी कोतवाली, उप पुलिस अधीक्षक यातायात के साथ शहर के लंबी थाने का स्टाफ और उनकी पेट्रोलिंग टीम शामिल थी।