LIC’s IPO : सरकार को मिले 20557 करोड़ रुपये, अब लिस्टिंग का है इंतजार
नई दिल्ली। LIC’s IPO : सरकार ने देश के सबसे बड़े जीवन बीमा निगम (एलआइसी) के आइपीओ के माध्यम से एलआइसी में 22.13 करोड़ से अधिक शेयर या 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची है। शेयर बिक्री से सरकार को करीब 20,557 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे पहले कंपनी ने आइपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम) का इश्यू प्राइस 949 रुपये तय किया है।
विश्लेषकों का एलआइसी आइपीओ शेयरों की लिस्टिंग पर मिला-जुला रुख है। कुछ को 10 फीसद प्रीमियम लिस्टिंग की उम्मीद है, जबकि अन्य का सुझाव है कि LIC के शेयरों पर स्टॉक मार्केट की शुरुआत के बाद कॉल करें। इससे निवेश में जोखिम कम रहेगा ।
पालिसीधारकों को एक शेयर पर 60 रुपये का डिस्काउंट
पालिसीधारकों और खुदरा निवेशकों (LIC’s IPO) को क्रमश: 889 रुपये और 904 रुपये के भाव पर शेयर मिले हैं। यानि कि पालिसीधारकों को एक शेयर पर 60 रुपये और खुदरा निवेशकों को 45 रुपये का डिस्काउंट मिला है। 17 मई को एलआइसी शेयर की बाजार में लिस्टिंग होगी।
निवेशकों ने नौ मई तक आवेदन किया
आइपीओ चार मई को खुला था। निवेशकों ने नौ मई तक आवेदन किया। 12 मई को बोली लगाने वालों को शेयर आवंटित किए गए। देश का सबसे बड़ा आइपीओ लगभग तीन गुना सब्सक्रिप्शन के साथ बंद हुआ था। खुदरा और संस्थागत खरीदारों इसे हाथोंहाथ लिया। हालांकि विदेशी निवेशकों ने अधिक उत्साह नहीं दिखाया था।
अब तक के बड़े आइपीओ
एलआइसी 20,557 करोड़ रुपये, पेटीएम 18,300 करोड़ रुपये, कोल इंडिया 15,500 करोड़ रुपये, रिलायंस पावर -11,700 करोड़ रुपये।
लिस्टिंग पर स्ट्रैटेजी
एक्सिस सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने कहा कि बाजार में उतार-चढ़ाव का असर एलआइसी (LIC’s IPO) के लिस्टिंग डे के प्रदर्शन पर पड़ सकता है। वे उम्मीद करते हैं कि एलआइसी छूट के साथ शुरुआत करेगी और निवेशकों को कोई लिस्टिंग फायदा बुक करने की संभावना नहीं है। हालांकि, पॉलिसीधारकों और खुदरा निवेशकों को दी जाने वाली छूट के कारण वे लिस्टिंग पर मामूली लाभ कमा सकते हैं।