Congress Chintan Shivir: सुधार के लिए नई नीति की जरूरत:चिदंबरम
Yashwant Dhote Navpradesh
उदयपुर (14 मई नवप्रदेश )/ पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आर्थिक मामलों की समिति के प्रमुख पी.चिदंबरम ने आज शनिवार को यह कहा कि देश की अर्थव्यवस्था अत्यंत चिंताजनक हालत में पहुंच चुकी है। विकास की गति अवरुद्ध हो गई है। चारों तरफ महंगाई एवं बेरोजगारी का माहौल है इसलिए अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए नए ढंग से काम करने की जरूरत है।
कांग्रेस चिंतन शिविर में समिति की बैठक के बाद पी चिदंबरम शनिवार को संवाददाताओ से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र तथा राज्य सरकारों के बीच परस्पर विश्वास पूरी तरह से टूट चुका है देश । के आर्थिक हालत बहुत खराब हो गये है। पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं और बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि देश के आर्थिक हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि उसे पटरी पर लाने के लिए नए सिरे से काम करने की जरूरत है। उनका कहना था कि सरकार आर्थिक हालत सुधारने के लिए विपक्ष को साथ लेकर चलने को तैयार नहीं है लेकिन कांग्रेस अपने सुझाओं के साथ अर्थव्यवस्था में सुधार तथा लोगो को बदहाली की तरफ जाने से बचाने के लिए सरकार को हर स्तर पर सहयोग को तैयार है।
चिंतन शिविर में अर्थव्यवस्था पर गहन मंथन
कांग्रेस नेता ने कहा कि नव संकल्प चिंतन शिविर में आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमें 37 लोगों ने 4 घंटे तक अपने विचार रखे। इस मुद्दे पर आज भी और कल भी सदस्य चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल के दौरान देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर लगातार घट रही है, महंगाई अभूतपूर्व तरीके से बढ़ रही है और सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई आसमान छू रही है। सरकार आर्थिक सुधारों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है जिससे अर्थव्यवस्था की सेहत लगातार बिगड़ रही है।
उन्होंने कहा कि देश मे श्रमिक शक्ति हिस्सेदारी की दर ऐतिहासिक रूप से गिरकर 40.38 प्रतिशत के निचले स्तर पर है जबकि बेरोजगारी की दर 7.83 प्रतिशत पर पहुंच गई है। पिछले 7 माह के दौरान 22 अरब डॉलर देश से बाहर गए हैं और डॉलर के मुकाबले रुपया 77.48 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आर्थिक स्तर पर देश की जो स्थित हैं उसमें सुधार लाने के लिए आर्थिक नीतियों पर नए सिरे से काम करने की जरूरत है। देश में गरीबी तेजी से बढ़ी है और वैश्विक भुखमरी के सूचकांक में भारत 116 देशों में 101 वें स्थान पर पहुंच गई है।
श्री चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि देश के आर्थिक हालातों में सुधार लाने के लिए आर्थिक नीतियों में जलवायु परिवर्तन तथा बदली परिस्थितियों के अनुसार नए सिरे से काम करने की जरूरत है। उन्होंने विश्वास जताया कि चिंतन शिविर के जरिए काँग्रेस आर्थिक हालत में सुधार के लिए जो भी विचार करेगी उससे देश के आर्थिक हालत सुधारने के लिए नया माहौल बनेगा और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।