विधानसभा: पूर्व सीएम ने उठाया अवैध शिकार का मामला, वन मंत्री ने दिया जवाब, नेताप्रतिपक्ष बोले…
cg vidhansabha: वनमंत्री ने कहा-मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार जेल भेजा गया
रायपुर। cg vidhansabha: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ वनमंडल अंतर्गत गंडई वन परिक्षेत्र में तेंदूआ का शिकार का मामला आज विधानसभा में उठा। भाजपा सदस्यों द्वारा उठाये मामले में वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि तेंदुआ का शिकार करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक एवं पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने ध्यानाकर्षण सूचना के जरिए यह मामला उठाते हुए कहा कि वन मंडल खैरागढ़ अंर्तगत गंडई क्षेत्र के पास जंगलपुर बीट उपकृत पैलीमेटा क्षेत्र में स्थित बांध से महज 4 किमी की दूरी पर 24.02.2021 को मादा तेंदूआ का शिव मिला है।
भाजपा सदस्यों (cg vidhansabha) ने कहा कि शव क्षत-विक्षित अवस्था में मिला है, जिसमें कई चोंट के निशान है तथा पैर सहित दूसरे कीमती अंक भी गायब है। इस मामले में उन्होंने अवैध शिकार की आशंका जताते हुए वन मंत्री से पूछा कि इस मामले में क्या कार्रवाई की गई है।
वन मंत्री मो. अकबर (cg vidhansabha) ने इसका जवाब देते हुए कहा कि यह सही है कि खैरागढ़ वनमंडल के गंडई वन परिक्षेत्र में एक तेंदूआ मृत अवस्था में पड़ा मिला। इसकी सूचना वन परिक्षेत्र अधिकारी गंडई को दूरभाष से अधीनस्थ परिसर रक्षक एवं परिक्षेत्र सहायक के माध्यम से प्राप्त हुई। जिसके बाद उपवनमंडल अधिकारी गंडई एवं परिक्षेत्र अधिकारी गंडई स्वयं घटना स्थल पर पहुंचे और मृत मादा तेंदूआ का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वनमंडलाधिकारी द्वारा तत्काल मामले में आगे की कार्यवाही करते हुए जिला स्तरीय पशु चिकित्सक की टीम द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया एवं परीक्षण हेतु कुछ अंगों के भाग नमूना के तौर पर सुरक्षित रखा गया। वनमंत्री ने स्वीकार किया कि मृत तेंदूआ के सामने के दो पंजे एवं माथे की चमड़ी गायब थी। हालांकि उन्होंने इससे इंकार किया कि शव क्षत-विक्षिप्त अवस्था में मिला।
इस मामले में डॉग स्कवॉड टीम एवं वन विभाग के अमले द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही करते हुए संदिग्ध दो व्यक्तियों से पूछताछ की गयी। संदिग्धों द्वारा बताये गये सुराग के आधार पर इस अपराध में संलिप्त 5 मुख्य आरोपियो क्रमश: प्रकाश आत्मज अंजोरी साहू 32 वर्ष, चेतन आत्मज अधीन गोंड 42 वर्ष, संतु आत्मज बहल गोंड 32 वर्ष, कार्तिक आत्मज पंचराम साहू 37 वर्ष एवं शत्रुहन आत्मज विश्राम यादव 39 वर्ष सभी निवासी ग्राम मगरकुंड, थाना मोहगांव, तहसील छुईखदान, जिला राजनांदगांव (छ.ग.) को गिरफ्तार कर उनके पास से तेंदूआ के गायब एक पंजा, माथे की चमड़ी एवं अवैध श्किार में प्रयुक्त तार, कुल्हाड़ी बरामद की गयी। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद उपजेल खैरागढ़ भेज दिया गया है।
इस पर पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा कि यह ऐसा क्षेत्र है जो भोरमदेव वन अभ्यारण, मध्यप्रदेश में कान्हा किसली के क्षेत्र से लगा हुआ है। यह टाइगर कॉरिडोर का हिस्सा है। इस मामले में ग्रामीणों ने शिकायत की तो यह प्रकरण सामने आ गया।
उन्होंने मंत्री से पूछा कि अंतरराज्यीय गिरोह जो छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती इलाकों से सक्रिय हैं उन पर कार्रवाई की क्या तैयारी है? तथा इस मामले में डीएफओ, एसडीओ जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी? यदि अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई नही होगी तो यह संदेश जाएगा कि इसे विभाग संरक्षण दे रहा है?
- -वनमंत्री मो. अकबर ने इसके जवाब में कहा यह कॉरिडोर का हिस्सा नही है। उन्होंने कहा कि अवैध शिकार रोकने सतत निगरानी और हर संभव कार्यवाही की जा रही है।
- -डा. रमन सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही पर्याप्त है जो ये बताता है कि षड्यंत्र पूर्वक इस तेंदुए का शिकार किया गया।
- -नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में वन्य प्राणियों का अवैध शिकार हो रहा है। हाथियों को भी करंट लगाकर मारा गया। वन्य प्राणियों के अवैध शिकार को रोकने और अंतरराष्ट्रीय तस्करों तक पहुँचने के लिए विभाग ने क्या कार्रवाई की है?
- –वन मंत्री ने इसके जवाब में कहा कि एक भी प्रकरण ऐसा नही है जिसमें आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई हो। अंतर्राज्यीय स्तर पर समन्वय बनाने पर हम विचार कर लेंगे।