3rd Wave : एडवांस में तैयार बच्चों का अस्पताल, बनाया जा रहा है ICU सेटअप
रायपुर/नवप्रदेश। 3rd Wave : कोरोना की पहली लहर दूसरी लहर से ज्यादा घातक थी, अब संभावित तीसरी लहर की चर्चा पूरे देश में चल रही है। इसके साथ ही थर्ड लहर को लेकर ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि, ये बच्चों को अधिक चपेटे में लेगा। इसी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने संभावित तीसरी लहर की तैयारी करते हुए रायपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज में बच्चों के लिए 40 बिस्तरों वाला अस्पताल शुरू करने की व्यवस्था की।
7×24 घंटे देखभाल की व्यवस्था
24 घंटे सातों दिन चलने वाले बच्चों (3rd Wave) के अस्पताल की व्यवस्था की गई हैं। हालांकि इस अस्पताल को शुरू हुए दो हफ्ते सेे अधिक समय हो गया, लेकिन यहां अभी तक सिर्फ आम बीमारियों का उपचार किया जा रहा है। इस अस्पताल में अब तक 100 से अधिक बच्चों को मेडिकल फैसेलिटी मिली है।
जरूरत पड़ने पर कोविड अस्पताल के रूप में करेंगे इस्तेमाल
डॉ. का कहना है कि, अगर कोविड की तीसरी लहर में जरूरत पड़ी तो इसे कोविड अस्पताल के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। अस्पताल के डॉक्टर निलय मझोरकर ने कहा कि जरूरत के समय इसे कोविड की तीसरी लहर में कोविड अस्पताल के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब तक 100 से अधिक बच्चों को मेडिकल फैसेलिटी मिली है।
अलबत्ता डॉक्टर ने कहा कि दुआ करते हैं कि किसी भी बच्चे को इस अस्पताल की जरूरत न पड़े, लेकिन बच्चे बीमार पड़ेंगे तो उन्हें मूलभूत सुविधा देना हमारा फर्ज है।
लग्जरी वार्ड और बेड की व्यवस्था
इस अस्पताल को तैयारन करने में जिले की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीरा बघेल की टीम ने काफी मेहनत की है। इस अस्पताल की खासियत है कि ये किसी प्राइवेट अस्पताल (3rd Wave) से कम नहीं है। इसके इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर बेड, वॉल तक स्पेशल क्वालिटी का है। इस वक्त यहां 40 बेड हैं और करीब 20 वेंटिलेटर का बंदोबस्त रखा गया है।
सभी बेड्स पर ऑक्सीजन की व्यवस्था है। बच्चों के लिए इन्फ्यूजन पंप का बंदोबस्त किया गया है। अस्पताल में एक लैब भी बनाई गई है। छोटे बच्चों के लिए न्यू बॉर्न बेबी केयर सेंटर बन रहा है। बच्चों के लिए आईसीयू भी तैयार किया जा रहा है।
चाईल्ड पेंशट के साथ रहेंगे पेरेंट्स
अमूमन कोरोना पेंशट के साथ कोई दूसरा व्यक्ति नहीं रह सकता, लेकिन बच्चों के लिए ये नियम नहीं होगा। डॉ. निलय ने बताया कि अस्पताल में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि कोविड परिस्थिति में पेरेंट्स उनके साथ रहे। छोटे बच्चों को यदि कोविड अपनी चपेट में लेता है तो गाइड लाइन के मुताबिक पेरेंट्स को अस्पताल या होम आइसोलेशन के वक्त बच्चे के साथ रहने दिया जाएगा।
कार्टून चरित्रों से सजा कमरा
बच्चों का ये हॉस्पिटल पूरी तरह उनके अनुरूप ही तैयार किया जा रहा है। हॉस्पिटल के दीवारों पर मिकी माउस, स्पाइडरमैन, डोरेमॉन और जंगल बुक वाले मोगली, बघीरा जैसे कार्टून कैरेक्टर बनाए गए हैं। बच्चों के लिए गेम जोन बनाया जा रहा है। बेड को ऑक्सीजन लाइन से जोड़ा गया है। इसके अलाबा हॉस्पिटल की एक और खासियत होगी।
प्रदेश के सभी 6 सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों (3rd Wave) में 100-100 बिस्तरों वाले आईसीयू का सेटअप बनाया जा रहा है। प्रत्येक मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बच्चों के लिए 20 वेंटिलेटर आरक्षित रखे गए हैं। रायपुर के डॉ. अंबेडकर अस्पताल में तीसरी लहर के लिए गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों के लिहाज से स्पेशल आईसीयू वार्ड बनाए जा रहे हैं।