राम की शरण में योगी, अब अयोध्या बनेगा राजनीतिक कार्यक्षेत्र…
नई दिल्ली। Yogi in Ayodhya : उत्तरप्रदेश में चुनावी बिगुल के बाद सियासी उठापटक लगातार जारी है। पार्टी की अदला बदली हो या टिकट को लेकर घमसान….। अब उत्तरप्रदेश में सभी की निगाहें प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के कर्मस्थली को लेकर है। चुनाव के पहले से ही अयोध्या और मथुरा से सीएम योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने की सुगबुगाहट तेज हो गई थी। हालांकि कभी भी योगी ने इसे तूल नहीं दिया लेकिन ना भी कभी नहीं कहा।
सत्ताधारी पार्टी भाजपा अपने उम्मीदवारों के नामों पर मंथन कर रही है। दिल्ली में दो दिन चली मैराथन बैठक के बाद गुरुवार को भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में ये बैठक पार्टी कार्यालय में हुई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के अलावा अनुराग ठाकुर, धर्मेंद्र प्रधान और सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मौजूद रहे। वहीं, पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल हुए। दिल्ली में हुई बैठक में अमित शाह, बीएल संतोष और प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की।
योगी आदित्यनाथ यूपी विधानसभा इलेक्शन में अयोध्या (Yogi in Ayodhya) से चुनाव लड़ेंगे, इस पर बीजेपी की चुनाव समिति ने गुरुवार में मुहर लगा दी है। लेकिन है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को इसका ऐलान किया जायेगा। गौरतलब है कि दिल्ली में बीजेपी चुनाव समिति की बैठक में यूपी के लिए पहले दो चरणों की 113 सीटों में 94 सीटों के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। बाकी की 19 पर उम्मीदवारों के नाम तय करना का अधिकार पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को दिया गया हैं। जेपी नड्डा यूपी में संगठन से चर्चा के बाद इन उम्मीदवारों के नाम तय करेंगे।
संत समाज में खुशी की लहर
सीएम योगी के नाम पर मुहर लगने के बाद अयोध्या में खुशी की लहर है। संत समाज के लोग इससे खुश हैं। संत परमहंस ने लड्डू बांटकर अपने हर्ष का इजहार करते हुए कहा कि अयोध्या (Yogi in Ayodhya) के लिए सिर्फ योगी ही उपयुक्त हैं। संत परमहंस ने कहा कि राम भक्तों पर गोली चलाने वाले और अयोध्या की उपेक्षा करने वाले लोग सीएम योगी का मुकाबला नहीं कर पाएंगे। संतो के मुताबिक सीएम योगी ने 5 साल में अयोध्या की तस्वीर बदली है और ऐसे में अब अयोध्या का पूरा विकास योगी ही कर सकते हैं।
पहली बार योगी लड़ेंगे विधानसभा चुनाव
उत्तर प्रदेश का सीएम बनने से पहले योगी गोरखपुर लोकसभा सीट से सांसद थे। फिर सीएम बनने के लिए विधानपरिषद से उनकी एंट्री कराई गई थी। विधान परिषद के लिए योगी निर्विरोध चुने गए थे और फिलहाल योगी MLC हैं। ये उनके लिए विधानसभा का पहला चुनाव होगा। यूपी की 403 विधानसभा सीटों पर सात चरणों में मतदान होना है। जिसमे 10 फरवरी को पहले चरण, 14 फरवरी को दूसरे चरण, 20 फरवरी को तीसरे चरण, 23 फरवरी को चौथे चरण, 27 फरवरी को पांचवें चरण, तीन मार्च को छठे चरण और 7 मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा। फिर 10 मार्च को यूपी के चुनावी नतीजे आएंगे।