World Oldest Practicing Doctor : 100 साल की उम्र में भी दुनिया के सबसे बुजुर्ग डॉक्टर रोजाना 9 घंटे देखते हैं मरीजों को
डेस्क/नवप्रदेश। World Oldest Practicing Doctor : जहां लोग 60-65 साल के बाद बुढ़ापे की चपेट में आ जाते हैं और अपना आखिरी दिन गिनना शुरू कर देते हैं। वहीं हम आपको एक ऐसे शख्स से मिलाने जा रहे हैं, जो 100 साल के होने के बाद भी हर रोज 9 घंटे मरीज को देखते हैं।
यह शख्स दुनिया के सबसे उम्रदराज डॉक्टर हैं। जो 100 साल की उम्र में डॉक्टरी कर रहे हैं। इनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने इस शख्स को ‘दुनिया का सबसे बुजुर्ग डॉक्टर घोषित किया है।
दुनिया के सबसे बुजुर्ग प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर
इस शख्स के जज्बे को पूरा दुनिया सलाम कर रही है। अमेरिका के ओहियो में रहने वाले डॉ. हॉवर्ड टकर को ‘दुनिया का सबसे बुजुर्ग डॉक्टर’ माना गया था। इस उम्र में भी वह हर रोज प्रैक्टिस करते हैं। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने 26 फरवरी 2021 को उनका नाम सबसे बुजुर्ग डॉक्टर के रूप में शामिल किया था। डॉ. हॉवर्ड टकर का जन्म 10 जुलाई 1922 को हुआ था। पिछली जुलाई को वह 100 साल के उम्र को पार कर चुके हैं। इस जुलाई को वह 101 साल के हो जाएंगे।
100वें जन्मदिन के बाद हुए थे कोविड संक्रमित
हॉवर्ड न्यूरोलॉजिस्ट हैं। वह पिछले 75 सालों से डॉक्टरी कर रहे हैं। अभी वह क्लीवलैंड के सेंट विनसेंट चैरिटी मेडिकल सेंटर में पढ़ाते हैं। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि जब तक वह जिंदा रहेंगे, मरीजों का इलाज करते रहेंगे। उन्होंने कहा था कि रिटायरमेंट का उनका कोई प्लान नहीं है। अपनी जिंदगी से वह बहुत खुश हैं। वह सुबह 9 बजे से शाम के 6 बजे तक मरीजों का इलाज करते हैं। बता दें कि अपने 100वें जन्मदिन के बाद वह कोरोना की चपेट में भी आ गए थे,, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी थी और संक्रमित होने के दौरान भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जूनियर डॉक्टर्स को पढ़ाते थे।
चुनौतियों में बीता था बचपन
फिलहाल वो क्लीवलैंड के सेंट विनसेंट चैरिटी मेडिकल सेंटर में मेडिकल रेसिडेंट्स (World Oldest Practicing Doctor) को पढ़ाते हैं। 1929 के ग्रेट डिप्रेशन के वक्त उनके परिवार में भी काफी अस्थिरता आ गई थी। पर उनके माता-पिता ने उनके और उनके भाई के लिए बहुत किया जिससे उनपर ज्यादा असर ना पड़े। उन्होंने कहा कि वो रिटायरमेंट के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं और जब वो कम उम्र के थे, तब भी रिटायरमेंट का खयाल नहीं रखते थे।