साइकिल से रेकी करने वाले शातिर गिरोह गिरफ्तार, 77 लाख से अधिक के जेवरात जब्त
दुर्ग/नवप्रदेश। Vicious Gang : दुर्ग पुलिस ने साइकिल से घूम-घूम कर चोरी करने वाले गिरोह को सोमवार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इस आरोपियों के पास से 77 लाख की ज्वेलरी जब्त कर सभी को जेल भेज दिया है।
गिरफ्तार शातिर आरोपियों से पूछताछ में चोरी की करीब 41 वारदातों का खुलासा हुआ है। आरोपियों के पास सोने चांदी के जेवरात देख पुलिस के होश उड़ गए।
साइकिल से घूम-घूम कर रेकी करने वाले इन शातिर आरोपियों (Vicious Gang) के पास से पुलिस ने 77 लाख रुपयों के कीमती सोने-चांदी के जेवर और 1 लाख रुपये नगद बरामद किए हैं। पुलिस ने चोर गिरोह के 6 सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है। कुल कुल 1 किलो 300 ग्राम सोना और 7 किलो चांदी के जेवरात बरामद किए गए हैं। गिरोह का मुख्य आरोपी बिहार का रहने वाला अनवर खान बताया जा रहा है। रिसाली क्षेत्र के एक घर मे हुई चोरी की जांच के दौरान पुलिस को सफलता हाथ लगी।
वारदातों का मास्टरमाइंड है अनवर खान
दुर्ग रेंज के आईजी ओपी पाल व दुर्ग एसएसपी बीएन मीणा ने संयुक्त रूप से सोमवार को एक प्रेस वार्ता की। उन्होंने बताया कि भिलाई के निवाई क्षेत्र का निवासी अनवर खान, बालोद निवासी सागर सेन, खैरागढ़ निवासी द्वारिका दास मानिकपुरी, बिलासपुर निवासी राजू सोनी, सोम बंद सोनी व जितेंद्र पवार को चोरी के मामलों में गिरफ्तार किया गया है। इन सभी वारदातों का मास्टरमाइंड अनवर खान है, जो अपने साथी सागर सेन व द्वारिकाधीश मानिकपुरी के साथ मिलकर चोरी की घटनाओं (Vicious Gang)को अंजाम देता था। वहीं राजू सोनी, सोम बंद सोनी व जितेंद्र पवार को चोरी का माल बेचते थे। आरोपियों ने श्याम नगर रिसाली में एक मकान किराए पर ले रखा था, जहां वे चोरी की पूरी साजिश रचते थे।
चोर में करते थे कोडवर्ड का प्रयोग
दुर्ग पुलिस के मुताबिक नेवई, रिसाली व आस-पास के इलाकों में लगातार चोरियों की शिकायतें मिल रही थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ संदिग्धों की पहचान की। इस दौरान पुलिस को जानकारी हुई कि श्याम नगर रिसाली के एक मकान में अनवर खान अपने साथी सागर सेन व द्वारिका दास के साथ रहता था। इनकी गतिविधियां काफी संदिग्ध होने की बात पता चली। इसके बाद पुलिस ने इन पर नजर रखना शुरू कर दिया। चोर आपस में कोडवर्ड में बात करते थे. वे सोना को गेंहू व चांदी को चावल कहकर बात करते थे।पुलिस ने हिरासत में लेकर आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने चोरी की 41 वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की।