परेशान होकर दिया सामूहिक इस्तीफा, मनाने पहुंचे अधिकारी
नवप्रदेश संवाददाता
मुंगेली। ग्राम पंचायत रामगढ़ ramghar में पंच-सरपंचों को सामूहिम इस्तीफे के बाद अधिकारी जनप्रतिनिधियों को मनाने उनके गांव पहुंचे। अधिकारियों ने 2011 सर्वे सूची से वंचित मामले को तकनीकि त्रुटि बताया। ग्राम की पेयजल एवं अन्य स्थानीय समस्याओं के निराकरण के लिए सामूहिक प्रयास करने का आश्वासन दिया।
रामगढ़ के पंचायत भवन में सुनीं ग्रामीणों की समस्या को
जिला मुख्यालय से लगे हुए गा्रम पंचायत रामगढ़ ramghar में समस्याओं को लेकर 17 पंचो और सरपंच ने मिलकर एक सप्ताह पूर्व कलेक्टर को सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंप दिया था। रामगढ़ ramghar के सरपंच संजय सोनी ने बताया कि 2011 गरीबी रेखा के सर्वे सूची से ग्राम पंचायत रामगढ़ को हटा दिया गया है। गांव के गरीब परिवार का इस सूची में नाम नहीं है। जिसके कारण देश भर में बन रहे प्रधानमंत्री आवास योजना और पेंशन योजना का लाभ रामगढ़ पंचायत के एक भी परिवार को नहीं मिल पा रहा है।
साथ ही इस वर्ष पानी की गांव में भीषण समस्या से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसी प्रकार सड़क और नाली की भी भारी समस्याओं को लेकर दर्जनों बार अधिकारियों और नेताओं का चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो गया। वे लोग सिवाय आश्वासन के आज तक ग्राम पंचायत रामगढ़ के समस्या को गंभीरता पूर्वक कभी नहीं लिए। इस बात से परेशान होकर एक सप्ताह पूर्व 16 पंचों सहित कलेक्टर को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
आंदोलन की चेतावनी
सरपंच संजय सोनी ने बताया कि अधिकारियों की टीम में एसडीएम अमित गुप्ता, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरएस नायक शामिल थे। उन्होंने गा्रम पंचायत भवन में मीटिगं बुलाकर सभी पंचों के सामने वही आश्वासन फिर दे रहे थे यदि इस बार अधिकारी अपने आश्वासन पर अमल नही करेंगे तो 10 अगस्त से कलेक्टर के सामने सरपंच, सभी पंच और ग्रामवासी मिलकर मांगे पूरीं होने तक धरना देकर बैठेगें।
पंच विनोद डाहिरे ने बताया कि ग्रामवासियों ने अधिकारियों के समझाइश के बाद मान तो गए हैं पर जल्द ही अपने आश्वासन पर अमल नहीं किए तो समस्त ग्रामवासी आंदोलन करेंगे। अधिकारी इस्तीफा अस्वीकार कर और गांव की समस्या जल्द दूर करने का आश्वासन देकर चले गए।
ग्रामीणों ने बताई अपनी परेशानी
गा्रमवासियों ने अपनी परेषानियॉं को अधिकारियों के सामने रखा तथा इन समस्याओं का जल्द,समाधान करने की मांग की है। 2011 के गरीबी रेखा के सर्वे सूूची के बारे में परीक्षण कराया जा रहा है। सूची धोखे से नगर पालिका या अन्य किसी पंचायत से न जोड़ा गया है।