विधानसभा में बृहस्पत सिंह और टीएस सिंहदेव मामले की गूंज, अपने ही मंत्री को सरकार नहीं दे पा रही सुरक्षा-BJP
CG Assembly : 5 दिनों तक चलने वाले सत्र में लगाए कुल 717 सवाल
रायपुर/नवप्रदेश। CG Assembly : छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ है। इसके साथ ही करीब तीन महीने के अंतराल के बाद सरकार का सामना एक बार फिर विधायकों के सवालों से होगा। विधानसभा शुरू होते ही विधायक बृहस्पति सिंह द्वारा मंत्री पर जान के खतरे का आरोप लगाने का मामला तूल पकड़ा।
बताया जा रहा है कि प्रमुख विपक्षी दल भाजपा आज पहले ही दिन प्रदेश में खाद-बीज की कमी पर काम रोक कर चर्चा कराने का प्रस्ताव ला सकती है।
पांच दिनों तक चलने वाले इस सत्र में कुल 717 सवाल लगाए गए हैं। इन सवालों में 375 तारांकित प्रश्न (CG Assembly) और 342 अतारांकित प्रश्न हैं। इसके साथ ही आज विपक्षी दल भाजपा पहले दिन ही प्रदेश में खाद-बीज की कमी पर काम रोककर चर्चा कराने का प्रस्ताव भी सदन में ला सकती है।
भूपेश बघेल पर उठे सवाल
विधानसभा (CG Assembly) शुरू होते ही विधायक बृहस्पत सिंह द्वारा मंत्री पर जान के खतरे का आरोप का मुद्दा सदन में उठाया। बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसी सदस्य के द्वारा अपने ही मंत्री पर जान के खतरे का आरोप लगाना बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि विधायक ही सुरक्षित नहीं तो जनता की रक्षा कौन करेगा। यहां तो अपने ही दल के लोगों को सरकार सुरक्षित नहीं रख पा रही। विधानसभा इस मामले में सदन की समिति से जांच कराए। इस मुद्दे पर बीजेपी सदस्यों ने हंगामा किया। साथ ही भापजा के पूर्व गृहमंत्री और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने कहा कि विधानसभा संज्ञान में लेकर कार्यवाही करें।
पिछला बजट सत्र रहा हंगामेदार
ज्ञात हो कि विधानसभा (CG Assembly) का पिछला बजट सत्र 22 फरवरी से 9 मार्च तक चला था। इसमें अधिकतर दिन हंगामा होता रहा। एकाधिक बार अप्रिय स्थिति भी बनी। इस सत्र में सरकार ने वार्षिक बजट के अलावा कई महत्वपूर्ण विधेयकों को भी पारित कराया था। इस सत्र भी हंगामेदार होने की पूरी संभावना है।
वैक्सीनेशन बिना प्रवेश नहीं
पिछले सत्र की तुलना में इस सत्र में कोविड संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कड़ाई बरती जाएगी। इस बार वैक्सीन नहीं लगवाने वाले किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विधानसभा (CG Assembly) की ओर से बताया गया, 13 मंत्रियों में से 10 ने वैक्सीन के दोनों डोज जबकि तीन मंत्रियों ने एक-एक डोज लगवा लिया है। इसी तरह विधायकों में 54 ने दोनो डोज जबकि 19 विधायक वैक्सीन का एक डोज लगवा चुके हैं। एक विधायक ने कोरोना संक्रमित होने की वजह से वैक्सीन नहीं लिया है।