chanakya neeti: मन का लगाव न होने पर आत्मीयता बन ही नहीं पाती…
chanakya neeti: जिसके प्रति लगाव, अर्थात् सच्चा प्रेम है, वह उससे दूर रहता हुआ भी…
chanakya neeti: जिसके प्रति लगाव, अर्थात् सच्चा प्रेम है, वह उससे दूर रहता हुआ भी…
chanakya neeti: अच्छी से अच्छी बात अप्रासंगिक होकर प्रभावहीन हो जाती chanakya neeti: समाज में…
chanakya neeti: जो भलाई करता है उसके साथ भलाई करनी चाहिए chanakya neeti: उस धन-सम्पत्ति…
chanakya neeti: मनुष्य को ऐसे कर्म करने चाहिए जिनसे उसकी कीर्ति हमेशा फैलती रहे। विद्या,…
chanakya neeti: आकाश में बातचीत भी सुविधापूर्वक नहीं हो सकती, वहां सन्देशवाहक का आना-जाना भी…
chanakya neeti: एक समय के भोजन से सन्तुष्ट रहकर छह कर्तव्य कर्मों-प्रतिदिन यज्ञ करना-करवाना, वेदों…
chanakya neeti: आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि कोई रोगी-बेचैन, तृषा पीड़ित या क्षुधाग्रस्त है…
chanakya neeti: किसी भी मनुष्य को शरीर के बाह्म सौन्दर्य को ही जानना और उसे…
Chanakya Niti: द्विजातियों ब्राह्मण और क्षत्रीय तथा वैश्य वर्गों का गुरु अर्थात् पूजनीय इष्टदेव अग्नि…
Chanakya Niti : सम्मानित व्यक्ति को अपना अपमान मृत्यु से भी अधिक कष्टकारी लगता है…