Surrender Naxalite : अपने ही साथी का रेता गला, नक्सली मूवमेंट में रहा 9 साल

Surrender Naxalite
नक्सलियों के डर से गांव छोड़कर 20 किमी दूर बसे
बीजापुर/नवप्रदेश। Surrender Naxalite : नक्सलियों का तांडव न सिर्फ आम आदमी को निशाना बनाता है, बल्कि जरूरत पडऩे पर अपने ही साथियों को मारने से भी नहीं हिचकिचाता। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि दो दिन पहले बाजार से अगवा किए गए उसके ही एक साथी को बीच सड़क पर बेरहमी से मारकर बीच सड़क पर फेंक दिया गया। उसका एकमात्र दोष यह है कि वह और अधिक निर्दोष लोगों को बेवजह मारना नहीं चाहता था, इसलिए उसने आत्मसमर्पण कर दिया।
बीजापुर में नक्सलियों ने सरेंडर कर चुके अपने ही एक साथी की बेरहमी से हत्या कर उसका शव मंगलवार सुबह गांव में ही सड़क पर फेंक दिया। शव के पास ही नक्सलियों (Surrender Naxalite) के फेंके गए पर्चे भी बरामद हुए हैं। इसमें गंगालूर एरिया कमेटर ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। घटना की पुष्टि बीजापुर एसपी कमल लोचन कश्यप ने की है।
दो दिन पहले साप्ताहिक बाजार से किया अगवा
जानकारी के मुताबिक, 18 जुलाई को पदेड़ा गांव के साप्ताहिक बाजार से नक्सलियों (Surrender Naxalite) ने राजू वेंजामी का अपहरण किया था। इसके बाद सोमवार देर रात उसको गला रेत कर मार डाला। इसके बाद अगले दिन उसका शव गांव के सड़क पर पड़ा मिला। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी है। इसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। फिलहाल हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है, हालांकि माना जा रहा है कि पुलिस मुखबिर के शक के चलते वारदात को अंजाम दिया गया है।
जिसके डर से था दूर…
नक्सलियों (Surrender Naxalite) के डर से गांव छोड़कर 20 किमी दूर बसेबताया जा रहा है कि राजू वेंजामी पहले नक्सलियों के साथ जुड़ा हुआ था और उसने करीब 9 साल तक तेलंगाना के बड़े नक्सली लीडरों के साथ काम किया था। इसके बाद सरेंडर कर दिया। समर्पण के बाद उसे नक्सलियों से डर था, इसलिए वह गांव छोड़कर 20 किमी दूर पदेड़ा में रह रहा था। राजू वेंजामी मूल रूप से बीजापुर के काकीकोरमा गांव का रहने वाला था। हालांकि उसने सरेंडर कब किया था, इसकी पुष्ट जानकारी नहीं है।