Suicide : मोबाइल छीनने पर बेटियों ने लगा ली फांसी, एक की मौत, दूसरी का इलाज जारी
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इंदौर, नवप्रदेश। इंदौर में दो अलग-अलग ऐसी घटनाएं सामने (Suicide) आईं है। जिनका कारण एक ही है। घर में दोनों लड़कियों से परिजनों ने मोबाइल छीन लिया तो दोनों ने फांसी लगा ली।
एक की मौत हो गई और दूसरी का इलाज चल रहा है। ये दोनों घटनाएं अलग-अलग (Suicide) परिवारों की है।
पहली घटना इंदौर के ही चंदन नगर इलाके (Suicide) की है। जहां नवीला पिता मोहम्मद रिजवान खोखर ने शनिवार सुबह घर में फांसी लगा ली। पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी अकसर मोबाइल पर गेम खेलती थी।
घटना के कुछ देर पहले भी वह मेरे मोबाइल पर गेम खेल रही थी। मोबाइल छीनकर उसे डांटा था। गुस्सा होकर परवीन ने खुद को कमरे में बंद कर फांसी लगा ली।
वहीं दूसरी घटना इंदौर के बालदा कॉलोनी की है। जहां 17 वर्षीय युवती ने भी शुक्रवार रात फांसी लगा ली। उसे एमवाय में भर्ती कराया गया है। परिजन ने पुलिस को बताया कि बच्ची अकसर मोबाइल पर गेम खेलती थी। शुक्रवार को भी मोबाइल छीनकर डांट दिया था।
एक्सपर्ट के अनुसार, अभिभावक सहूलियत के लिए बच्चों को मोबाइल देते हैं। धीरे-धीरे उनमें लत लग जाती है। लगातार ऐसा करने से ब्रेन का रिवार्ड पॉथ-वे सक्रिय हो जाता है।
इससे डोपामिन निकलता है, जिससे मन को अच्छी अनुभूति होती है। इसका सर्किट बन जाता है और समझदारी वाला एरिया डिस्टर्ब होने लगता है। जिस तरह नशा नहीं मिलने पर व्यक्ति एग्रेसिव हो जाता है, उसी तरह बच्चों को एकदम से बोलेंगे कि मोबाइल मत चलाओ तो वे चिड़चिड़े या हिंसक हो जाते हैं। गुस्से में आकर गलत कदम उठा लेते हैं।