SR Hospital : डॉक्टरों ने बचाई युवक की जान, 7 विशेषज्ञों ने किया ऑपरेशन
दुर्ग (चिखली)/नवप्रदेश। SR Hospital : एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होकर 3 फरवरी को एसआर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की टीम ने अथक परिश्रम से 24 वर्षीय युवक की जान बचाई। यह युवक ग्राम कटोरा जिला राजनांदगांव निवासी राजेंद्र जंघेल है।
खराब हालत में पहुंचे थे अस्पताल
दुर्घटना में मरीज के दाहिने हांथ की दोनों हड्डी टूट गई थी एवं सिर में गंभीर चोट लगी थी। बांई आँख बुरी तरीके से जख्मी हो कर लहूलुहान हो गई थी। आंखों के आसपास के हिस्से के मांसपेशी एवं चमड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी। दुर्घटना में नाक में साइनस के पास की हड्डी भी टूट गई थी। आंखों एवं चेहरे में अत्यधिक सूजन होने के कारण आँख नहीं खुल रही थी। मरीज भर्ती के वक्त पूर्ण रूप से बेहोश था। सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों ने मरीज का ऑपरेशन एक ही समय में एक साथ मिलकर किया ।
खैरागढ़ के आसपास मरीज सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुआ। मरीज के परिजनों द्वारा इलाज हेतु मरीज को तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया । मरीज की अत्यंत गंभीर स्थिति देखकर वहां से डॉक्टरों ने मरीज को बेहतर इलाज के लिए हायर ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया। जिसके बाद मरीज के परिजन एस.आर. हास्पिटल चिखली दुर्ग में बेहतर इलाज के लिए गंभीर अवस्था में मरीज को लेकर आए।
मरीज का तत्काल सिटी स्कैन, एक्सरे व अन्य सभी जांच किया गया। जांच की रिपोर्ट में पाया गया की एक्सीडेंट होने की वजह से सर में गंभीर चोट लगी है सर के अंदर खून जमा हो गया है दाएं हाथ की दोनों हड्डियां टूट गई हैं। नाक की हड्डी टूट गई है। बाई आंख बुरी तरह क्षतिग्रस्त हैं । एक्सीडेंट होने के कारण शरीर से बहुत ज्यादा खून बह गया है।
डॉक्टरों (SR Hospital) की टीम के द्वारा मरीज की जान बचाने के लिए तत्काल ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। मरीज के परिजनों को मरीज की गंभीर स्थिति के बारे में बताया गया। मरीज के परिजनों ने तत्काल ऑपरेशन करने की सहमति प्रदान की। मरीज को तत्काल ऑपरेशन थिएटर में शिफ्ट कर ऑपरेशन करने की तैयारी शुरू कर दी गई। अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा तत्परता दिखाई गई। तत्काल खून की व्यवस्था कर मरीज को खून चढ़ाया गया।
ऑपरेशन में न्यूरो सर्जन डॉ. विवेक, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक सिन्हा, प्लास्टिक सर्जन डॉ. विश्वामित्र दयाल, वैस्कुलर सर्जन डॉ रंजन सेन गुप्ता,निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. पवन देशमुख, रेटीना सर्जन डॉ छाया भारती, ई.एन.टी. सर्जन डॉ अंकिता जोशी एवं ओ.टी.टेक्नीशियन हरी साहू, अरविंद अग्रहरि,सीमा बरहरे, योगेश साहू,सुखनंदन बंजारे, मनोहर डोंगरे,उमा साहू उपस्थित थी। ऑपरेशन लगातार 6 घंटे चला । सफल ऑपरेशन के बाद मरीज की जान बचाई जा सकी।
मरीज को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया
मरीज को आई.सी.यू. में वेंटिलेटर स्पोर्ट पर रखा गया । बेहतर इलाज से मरीज की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार आने लगा । कुछ दिनों बाद मरीज होश में आ गया सभी को पहचानने लगा एवं स्वयं से खानपान भी करने लगा । मरीज अब पूर्णत: स्वस्थ है। मरीज को डॉ अश्वनी शुक्ला डॉ नीलम चंद्राकर डॉ हिमांशु चंद्राकर डॉ रजत डेहरिया डॉ संदीप ओझा डॉ सौरभ एवं नर्सिंग स्टाफ अपर्णा, सीमा, प्रतिमा, पुष्पलता, खोंमेश्वरी, तिरूबाला, सुचित्रा, ममता, उषा, सरिता अन्य द्वारा सेवाएं प्रदान की।
मरीज के पिता दुकालू राम ने भाव विभोर होकर हमारे प्रतिनिधि को बताया कि हम सभी परिवार के लोग निराश हो गए थे। एस.आर. हॉस्पिटल के डॉक्टर एवं नर्स मेरे एवं मेरे परिवार के लिए भगवान है सबने मिलकर मेरे बेटे की जान बचा ली। बताया कि इलाज बहुत अच्छा है। इलाज में पैसा भी कम लगा है।
अस्पताल (SR Hospital) के रेटिना सर्जन डॉ छाया भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि एक्सीडेंट में मरीज को चेहरे एवं बाय आंख में भी गंभीर चोट लगी थी। मरीज का तत्काल ऑपरेशन नहीं किया गया होता तो संभवत एक आंख निकालनी भी पढ़ सकती थी। मेरे एवं प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर दयाल द्वारा तत्काल ऑपरेशन कर बाई आंख को बचा लिया गया एवं चेहरे को कुरूप होने से भी बचा लिया गया। तत्काल ऑपरेशन करना अति आवश्यक अन्यथा मरीज जीवन भर के लिए विकलांग हो जाता।
अस्पताल अधीक्षक डॉ रंजन सेन गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि एस.आर.अस्पताल क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ ट्रामा सेंटर है ।अस्पताल में 24 घंटे न्यूरो सर्जन, न्यूरो फिजीशियन,कार्डियोथेरोशिक सर्जन,प्लास्टिक सर्जन, रेटीना सर्जन, जनरल सर्जन, ऑर्थोपेडिक सर्जन, ई.एन.टी. सर्जन, एनेस्थेटिक,स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ एवं अन्य सभी विभाग के डॉक्टरों एवं ट्रेंड अनुभवी नर्सिंग स्टाफ की सेवाएं उपलब्ध हैं l
एस.आर. हॉस्पिटल के चेयरमैन संजय तिवारी ने मरीज के स्वस्थ होने पर अस्पताल की समस्त टीम को बधाई दी। मानव सेवा का भाव देखकर देवदूतों की खुले मन से प्रशंसा की।