Signature on Check : चेक के कोने पर खिंची लाइनों से बदल जाती है लेन-देन की शर्त…जानें क्या है इसका मतलब
डेस्क। Signature on Check : चेक पर आपने सिग्नेचर, रकम, प्राप्तकर्ता का नाम, बैंक डिटेल आदि लिखी हुई देखी होगी। आपने चेक के कोने पर खिंची हुई दो लाइनें भी देखी होंगी। क्या आप जानते हैं कि ये लाइन क्यों खींची जाती है?
लेन-देन करने के तरीकों में एक तरीका चेक के जरिए भी होता है। ग्राहक को बैंक की ओर से एक चेकबुक दी जाती है। दरअसल, चेक के कोने पर ये लाइनें खींचने पर चेक में कुछ बदलाव होता है। चेक पर ये लाइनें खींचने से चेक में एक कंडीशन लग जाती है। ये लाइनें उस व्यक्ति के लिए खींची जाती है, जिसके नाम पर चेक इश्यू किया गया है यानी जिसे आपको पैसे देने हैं।
इस लाइन को भुगतान करने वाले अकाउंट का संकेत माना जाता है। जिसका अर्थ होता है कि इससे जिस व्यक्ति के नाम पर चेक कटा है, पैसे सिर्फ उसके खाते में ट्रांसफर किए जाएं। बहुत से लोग ये दो लाइनें खींचने के बाद उसमें Account Payee या A/C Payee भी लिख देते हैं। इससे यह साफ हो जाता है कि चेक के पैसे अकाउंट में ही ट्रांसफर किए जाने हैं। चेक प्राप्त करने वाला शख्स जब इसे बैंक में लगाता है, तो वो इस राशि को कैश में प्राप्त न करके, सीधे अकाउंट में प्राप्त करता है। कई चेक पर तो यह पहले से प्रिंट होता है यानी कैश पैसे लेने की कोई गुंजाइश (Signature on Check) नहीं है।