शरद पवार का बड़ा बयान-“रिमोट किसी के भी हाथ में रहने दो, भले ही असहमति हो”…
संभाजीनगर। sharad pawar: मतभेद हों तो भी विपक्ष को साथ आकर विकल्प देना चाहिए। रिमोट किसी के भी हाथ में रहे लेकिन विपक्ष को साथ आना चाहिए। परिवर्तन तब होता है जब लोग बदलने का निर्णय लेते हैं, चाहे प्रभारी कोई भी हो। मतदाता राजा है, वह बदलाव लाता है। देश में 1977 और 2023 का भी यही हाल है। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अब तीनों दलों ने एकजुट होने का स्टैंड ले लिया है।
शरद पवार ने कहा कि सत्ताधारियों का ध्यान इंफ्रास्ट्रक्चर की तरफ ज्यादा होना चाहिए। राज्य में नतीजों पर नजर डालें तो नतीजे बीजेपी विरोधी हैं। ज्यादातर राज्यों में बीजेपी सत्ता में नहीं है। उनके पास कुछ राज्यों में सत्ता है। अगर तस्वीर बनी रहती है कि लोगों ने बदलाव के लिए कदम उठाया है, तो बदलाव होगा। बैठक में महाविकास अघाड़ी के प्रत्येक दल से दो-दो सदस्यों ने भाग लिया।
अब सीट बंटवारे को लेकर चर्चा होगी। चार सीटों पर चुनाव लड़ते हुए दस सीटों की मांग की जा रही है। लेकिन अंत में चार सीटें दी जाती हैं। शरद पवार ने कहा कि एक-एक की ताकत देखकर सीटें दी जाएंगी। हालांकि राज्य में चुनाव की बातें चल रही हैं, लेकिन लगता नहीं है कि बीजेपी चुनाव को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। शरद पवार ने यह भी कहा कि दूसरे राज्यों के चुनाव नतीजों को देखते हुए मुझे लगता है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव अलग-अलग होंगे।