जब सिंधिया से बोले दिग्विजय- वाह महाराज… वाह…, सिंधिया का जवाब- ये आप ही का…
Scindia Digvijay Speech in Rajay Sabha : मध्य प्रदेश के दो महाराज अनोखे अंदाज में बात करते दिखे।
नई दिल्ली/नवप्रदेश। Scindia Digvijay Speech in Rajya Sabha : राज्यसभा में गुरुवार को मध्य प्रदेश के दो महाराज अनोखे अंदाज में बात करते दिखे। दोनों महाराज या राजा कभी एक ही दल में हुआ करते थे, लेकिन अब अलग-अलग दलों में हैं। लिहाजा एक दूसरे पर तंज कसना अब दोनों की मजबूरी हो गई है।
बात हो रही है मध्य प्रदेश से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह तथा कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होकर अब मध्य प्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (scindia digvijay speech in rajya sabha) की। गुरुवार को संसद के उच्च सदन में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान दोनों के बीच निराले अंदाज में बात हुई।
पहले बारी थी ज्योतिरादित्य सिंधिया की। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बिंदुओं पर अपनी बात रखते हुए कृषि कानूनों की पैरवी की। इस मुद्दे पर कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप भी लगा दिया। कोरोना से निपटने के भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि 21वीं सदी का भारत एक मजबूत भारत होगा।
दोनों दिग्गजों में ऐसे चले तंज :
सिंधिया की बात खत्म होते ही राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलने की बारी आई मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह की। उन्होंने सिंधिया की बातों पर चुटकी लेते हुए कहा-आप जिस तरह से यूपीए की सरकार केे दौरान कांग्रेस का पक्ष रखा करते थे, ठीक वैसे ही आज भाजपा का पक्ष रख रहे हैं। वाह महाराज… वाह महाराज…।
इस पर सिंधिया ने चुटीले अंदाज में कहा- ये सब आपका आशीर्वाद है। आशीर्वाद की बात पर दिग्विजय ने भी अपने शब्दों को गति देते हुए कहा- हमारा आशीर्वाद हमेशा आपके साथ रहेगा। आप चाहे किस भी दल में हो हमारा आशीर्वाद हमेशा आपके साथ है।
सभापति को कहना पड़ा- इसमें मेरी भूमिका नहीं
ङ्क्षसधिया की बात खत्म होने के बाद राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने आगे बोलने के लिए दिग्विजय सिंह का नाम पुकारा। इस पर संसद मेंं ठहाके लगने लगे। ये देख सभापति को बोलना पड़ा इसमें मेरी भूमिका नहीं। सूची में सिंधियाजी के बाद दिग्विजयजी का ही नाम है।