SCERT Training : राजेश सिंह राणा की सलाह- बच्चों को अपडेट करने शिक्षकों को अपडेट होना जरूरी |

SCERT Training : राजेश सिंह राणा की सलाह- बच्चों को अपडेट करने शिक्षकों को अपडेट होना जरूरी

SCERT Training: Rajesh Singh Rana's advice - It is necessary for teachers to update children

SCERT Training

रायपुर/नवप्रदेश। SCERT Training : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी की मंशा अनुसार स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट योजना के अंतर्गत प्रारंभ किए गए इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षकों को गुणवत्ता युक्त प्रशिक्षण देने का प्रयास एससीईआरटी द्वारा लगातार किया जा रहा है। स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षकों ने योग और सांस्कृतिक कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति दी।

प्रशिक्षण में स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव एवं संचालक एससीईआरटी राजेश सिंह राणा ने कहा कि हमें बच्चों को अकादमी ज्ञान के साथ-साथ उनका सर्वांगीण विकास करना है। बच्चों की छिपी हुई प्रतिभा को सामने लाने के लिए उनकी रुचि को ध्यान में रखते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल इत्यादि गतिविधियां निरंतर करनी होगी। बच्चों को अपडेट करने के लिए शिक्षकों को भी अपडेट रहना होगा। 

भाषा प्रवीणता सहित नेतृत्व प्रबंधन पर 500 शिक्षक ले रहे हैं प्रशिक्षण

स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षकों का प्रशिक्षण SCERT Training राजधानी में एक साथ पांच स्थानों-एससीईआरटी, सीटीई, डाईट, काईट और ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित किया गया। इन स्थानों पर 500 शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षण में शिक्षकों को पेशेवर दक्षता, भाषा दक्षता, नेतृत्व प्रबंधन कौशल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 

बच्चों को रोबोट नहीं बनाना

स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव राणा ने नवनियुक्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल योजना प्रदेश की उच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि बच्चे शिक्षकों को देखकर ही सीखते हैं। इसलिए सबसे पहले शिक्षकों को वेशभूषा, आचरण में बदलाव लाना पड़ेगा और बच्चे के स्तर पर जाकर उसे बातचीत करनी होगी। शिक्षकों को नकारात्मकता को छोड़कर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते हैं। शिक्षक बच्चे को जो देना चाहते हैं उसे अपने आचरण में भी लाना होगा।

राणा ने कहा कि बच्चों को रोबोट नहीं बनाना है। बच्चों में नैतिक शिक्षा कैसे लाएं इस पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि इसका उल्लेख राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों में आत्मविश्वास की कमी नहीं है, केवल उनको प्रशिक्षण का मौका दिया जाए। 

व्यक्तित्व विकास पर किया फोकस

स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने प्रतिभागियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों के उत्तर दिए और आगामी सत्र के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया। राणा के निर्देश पर असिस्टेंट डायरेक्टर एवं स्टेट मीडिया सेंटर के नोडल अधिकारी प्रशांत पांडेय ने भी सभी सत्रों में जाकर व्यक्तित्व विकास संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया इस अवसर पर उन्होंने बच्चों के साथ कैसे वातावरण निर्माण करना है उन्होंने एक्शन के साथ गीत भी गाए।

कार्यशाला (SCERT Training) में सहायक निदेशक सेज सेल कौस्तुभ चटर्जी, डॉ विद्या चंद्राकर, आई संध्या रानी, केके शुक्ला, प्रीति सिंह, पुष्पा चंद्रा, ज्ञान प्रकाश द्विवेदी, ललित साहू, सविता गुप्ता, रिसोर्स पर्सन चानी एरी,चरनित संधू, कमला राजपाल, कविता मिश्रा, मनोज कुमार शर्मा और प्रज्ञा सेनापति उपस्थित थे।

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