Sanjoo Yadav Kabaddi World Cup 2025 : प्रदेश की पहली महिला कबड्डी खिलाड़ी संजू टीम इंडिया में शामिल, बांग्लादेश में लहराएंगी देश का परचम

Sanjoo Yadav Kabaddi World Cup 2025

Sanjoo Yadav Kabaddi World Cup 2025

छत्तीसगढ़ की धरती से पहली बार एक महिला कबड्डी खिलाड़ी ने भारतीय टीम में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है। जिले के पाली विकासखंड के ग्राम केराकछार निवासी संजू देवी यादव (Sanjoo Yadav Kabaddi World Cup 2025) का चयन महिला कबड्डी वर्ल्ड कप 2025 के लिए टीम इंडिया में किया गया है। यह टूर्नामेंट 15 से 25 नवंबर तक बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आयोजित किया जाएगा।

इस चयन के साथ ही संजू न केवल जिले बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश की पहली महिला कबड्डी खिलाड़ी (Sanjoo Yadav Kabaddi World Cup 2025) बन गई हैं जिन्हें वर्ल्ड कप टीम इंडिया में स्थान मिला है।

राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2023 में स्थापित बहतराई स्टेडियम, बिलासपुर स्थित आवासीय बालिका कबड्डी अकादमी की खिलाड़ी संजू देवी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चयनित होकर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। वर्तमान में वह मुख्य कोच दिल कुमार राठौर के निर्देशन में निरंतर अभ्यास कर रही हैं।

कोच राठौर ने बताया कि छत्तीसगढ़ कबड्डी संघ की स्थापना को 25 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन यह पहली बार है जब किसी खिलाड़ी ने भारतीय टीम में जगह बनाई है। उन्होंने कहा कि संजू की उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि छोटे गांव से अंतरराष्ट्रीय मंच (Sanjoo Yadav Kabaddi World Cup 2025) तक पहुंचना अब संभव है, अगर मेहनत और सही मार्गदर्शन मिले।

संजू देवी के चयन की खबर से जिला कबड्डी संघ, खेल प्रेमियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उन्हें और उनके परिवार को बधाई दी। गांव केराकछार में मिठाई बांटकर लोगों ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाया।

यह बताना आवश्यक है कि संजू देवी इससे पहले ईरान के तेहरान में आयोजित छठवीं महिला एशियन कबड्डी प्रतियोगिता में भारतीय टीम का हिस्सा रह चुकी हैं, जिसमें टीम इंडिया ने स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया था।

गांव से वर्ल्ड कप तक संजू का सफर

ग्राम केराकछार की साधारण परिवार से आने वाली संजू देवी के पिता रामजी यादव चालक हैं और माता अमेरिका बाई यादव गृहिणी हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद संजू ने अपने सपनों को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने वर्ष 2016 में कबड्डी खेलना शुरू किया था। पहली बार उन्हें ग्राम तिवरता में आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के दौरान जिला कबड्डी संघ के पदाधिकारियों ने नोटिस किया। उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर उन्हें जिला क्लब में खेलने के लिए बुलाया गया।

प्रारंभिक स्तर पर कोच अनुज प्रताप सिंह ने संजू का मार्गदर्शन किया और दर्री में अभ्यास कराया। आगे चलकर उनकी प्रतिभा को देखते हुए उन्हें बहतराई अकादमी भेजा गया, जहां उन्होंने खेल की बारीकियां सीखी। रायगढ़ के कोच राजेश पटनायक ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से कबड्डी मैट उपलब्ध कराकर प्रशिक्षण में सहयोग किया।

तीन राष्ट्रीय कैंप में दिखाया दम

भारतीय टीम में चयन से पहले संजू देवी ने तीन राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविरों में शानदार प्रदर्शन किया। पहला कैंप 15 से 30 अप्रैल तक साई आरसी, गांधी नगर गुजरात में हुआ, जिसमें देशभर की 19 शीर्ष खिलाड़ियों ने भाग लिया। दूसरा कैंप साई एनआरसी, सोनीपत (हरियाणा) में हुआ, जिसमें 35 खिलाड़ियों के बीच संजू ने अपना स्थान पक्का किया। तीसरा और अंतिम कैंप 15 से 31 जुलाई तक पुनः सोनीपत में हुआ, जिसमें देशभर की 25 उत्कृष्ट खिलाड़ी शामिल थीं। इन तीनों चरणों में उनके निरंतर प्रदर्शन ने उन्हें भारतीय महिला कबड्डी टीम में स्थान दिलाया।

13 साल बाद हो रहा महिला कबड्डी वर्ल्ड कप

महिला कबड्डी वर्ल्ड कप का आयोजन 13 साल बाद हो रहा है। पिछली बार यह टूर्नामेंट 2012 में भारत में हुआ था, जहां भारतीय टीम ने ईरान को हराकर खिताब जीता था। इस बार के वर्ल्ड कप में 12 देशों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। एशिया से भारत, ईरान, बांग्लादेश, चीनी ताइपे, नेपाल, थाईलैंड; अफ्रीका से केन्या, युगांडा, जांजीबार; यूरोप से पोलैंड, जर्मनी और दक्षिण अमेरिका से अर्जेंटीना की टीमें शामिल हैं।