Railway Police Verification : कोच अटेंडेंट–संविदा कर्मियों का होगा पुलिस वेरिफिकेशन, रेलवे बोर्ड ने घटनाओं को रोकने दिए जोन व मंडलों को सख्त निर्देश

Railway Police Verification

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यात्रियों की सुरक्षा और भरोसेमंद सेवा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम (Railway Police Verification) उठाया है। रेलवे बोर्ड ने निर्देश जारी कर कहा है कि ट्रेन में तैनात सभी कोच अटेंडेंट, ओबीएचएस स्टाफ, लिनेन डिस्ट्रीब्यूशन कर्मी और संविदा कर्मचारियों का पुनः पुलिस वेरिफिकेशन (Railway Police Verification) अनिवार्य रूप से कराया जाए। सभी जोनल रेलवे और मंडलों को कहा गया है कि सत्यापन पूरा कर संबंधित विवरण सीएमएम पोर्टल पर अपडेट (CMM Portal Verification) करें।

हाल ही में एक पुलिस जवान के साथ ट्रेन में मारपीट की घटना सामने आने के बाद रेलवे बोर्ड ने यह सख्त निर्णय लिया है। नियमों के अनुसार कर्मचारियों का वेरिफिकेशन पहले से अनिवार्य है, लेकिन अब रेलवे ने सभी का री–वेरिफिकेशन (Indian Railways Safety Update) अनिवार्य कर दिया है, ताकि किसी भी सुरक्षा चूक की गुंजाइश न रहे। रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि ऑनबोर्ड कार्य करने वाले किसी भी कर्मचारी—चाहे वह स्थायी हो या संविदा—को बिना सत्यापन के ड्यूटी पर न लगाया जाए।

जारी दिशा–निर्देशों में कहा गया है कि सत्यापन की प्रक्रिया के दौरान प्राप्त हर अपडेट को सीएमएम पोर्टल (Onboard Staff Security Check) पर दर्ज किया जाए, ताकि लंबित मामलों की पहचान कर उन्हें तेजी से निपटाया जा सके। रेलवे अधिकारियों के अनुसार ट्रेनों में बड़ी संख्या में संविदा कर्मी तैनात होते हैं—जैसे कोच अटेंडेंट, बेडरोल वितरक और OBHS कर्मी—जो हजारों यात्रियों के बीच लगातार काम करते हैं। ऐसे में यदि किसी कर्मचारी का आपराधिक रिकॉर्ड हो, तो यात्रियों की सुरक्षा पर बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है।

रेलवे ने साफ कहा है कि सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसीलिए सभी स्टाफ का सत्यापन शीघ्र पूरा करने के निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि ट्रेन में तैनात हर कर्मचारी पूरी तरह विश्वसनीय हो, और यात्रियों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार का जोखिम न रहे।

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