Raigarh Crime Breaking नाबालिग लड़की के पिता की गरीबी का फायदा उठाकर दरिंदे ने उसे खरीद लिया 3 हजार में, प्रेग्नेंट हुई तो…
रायगढ़/नवप्रदेश। प्रदेश के रायगढ़ (raigarh crime) में इंसानियत को तारतार कर देने वाला मामला सामने आया है। जिले में एक दरिंदे ने एक पिता की गरीबी व मुफलिसी का फायदा उठाकर उसकी नाबालिग लड़की (minor girl trafficking raigarh) से शादी का झूठा वादा कर उसे अपने साथ ले गया। आरोपी ने पीड़ता के पिता को तीन हजार रुपए दिए और उसे अपने साथ ले गया।
उसके बाद आरोपी ने लड़की (minor girl trafficking in raigarh) के साथ दुष्कर्म किया और जब वह गर्भवती हुई तो उसे उसके पिता के पास छोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक, पीड़िता ने बच्चे को जन्म दिया है और अब वह अंबिकापुर के नारी निकेतन में रह रही है। पीड़िता का मनोरागी होना भी बताया जा रहा है और पुलिस के मुताबिक अभी भी उसका इलाज चल रहा है। उसे कुछ दिन तक मेंटल हॉस्पिटल में रखा गया था।
पॉक्सो एक्ट तथा अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज
रायगढ़ (raigahr crime) के घरघोड़ा थाने में महिला व बाल विकास अधिकारी की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ भादंवि की धाराओं तथा पॉक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। घरघोड़ा थाने के प्रधान आरक्षक देव राठिया ने इस संबंध में नवप्रदेश को बताया कि शिकायत के आधार पर दर्ज एफआईआर के मुताबिक यह अपराध 6-4-2019 से 29-9-2019 के बीच का है।
महिला व बाल विकास अधिकारी की ओर से शिकायती पत्र मिलने पर थाने में 26-9-2020 को प्रकरण दर्ज किय गया। उन्होंने बताया कि एफआईआर के मुताबिक, आरोपी दीपक के पिता, निवासी पेल्मा ने पीड़ता के पिता को तीन हजार रुपए दिए और शादी का झांसा देकर उसे अपने साथ ले गया।
गर्भवती हुई तो छोड़ दिया पिता के पास
करीब पांच-छह माह तक उसने पीड़िता को अपने साथ रखा और जब वह गर्भवती हो गई तो उसे ठुकराते हुए उसके पिता के पास अमलीडीह छोड़ दिया। वहीं प्रधान आरक्षक राठिया ने बताया कि पीड़िता के पिता के मुताबिक उसने अपनी बेटी को पहले दो हजार रुपए में किसी के यहां काम पर रखा था। पीड़िता कुछ दिन बाद वहां से वापस अपने पिता के पास आ गई थी।
फिर ओरापी यानी दीपक का पिता रायगढ़ (raigarh crime) के गांव स्थित लड़की के घर पहुंचा और उसके पिता को तीन हजार रुपए दिए तथा शादी की बात करते हुए उसे अपने साथ लेकर गया।
पीड़िता के मजिस्ट्रेट के सामने बयान लिए जाएंगे। महिला व बाल विकास अधिकार का भी बयान लिया जाएगा। पीड़ता का मेडिकल कराया जाएगा। उसके बाद आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की जाएगी।
-एडमोन खेस, एएसआई, घरघोड़ा तथा मामले के जांच अधिकारी