Punjab Police : पंजाब पुलिस की नाकामी उजागर
Punjab Police : खालिस्थान समर्थक अमृतपाल पिछले एक पखवाड़ें से पुलिस के साथ आंख मिचौली खेल रहा है। पंजाब पुलिस उसका सुराग पता लगाने में भी असफल रही है। यही नहीं बल्कि अब तो कई राज्यों की पुलिस भी अमृ़तपाल को खोज रही है लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा है। यह पंजाब पुलिस और खुफिया तंत्र की नाकामी ही है। अमृतपाल सिंह खुद को वारिस पंजाब दे का मुखिया कहता है। लेकिन वो कानून की नजर में भगोड़ा है, अगर कहें कि उसकी हरकतें किसी भी मायने में स्वीकार नहीं की जा सकती तो गलत ना होगा। 12 दिन बीत जाने के बाद भी वो पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। कभी पंजाब, कभी हरियाणा, कभी दिल्ली, कभी लखीमपुर तो कभी नेपाल के बाद बुधवार को सुबह सुबह जानकारी मिली कि वो पंजाब के होशियारपुर में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। इतना ही नहीं उसने पंजाब पुलिस को चुनौती देते हुए कहा है कि किसी में दम नहीं कि वो उसे पकड़ ले। सवाल यह है कि हाईटेक का दावा करने वाली पंजाब पुलिस उसे क्यों नहीं पकड़ पा रही है। क्या उसके तंत्र के आगे पुलिस का तंत्र नाकाम साबित हो रहा है। हालांकि पंजाब पुलिस का कहना है कि उसे हम पकड़ ही लेंगे।
अमृतपाल पहले नेपाल के रास्ते आईएसआई के शेल्टर में जाने की कोशिश में था, लेकिन ये मिशन नाकाम हो गया. जिसके बाद वह एक बार फिर वापस पंजाब लौट आया है. यहां पुलिस उसे पकडऩे के लिए सर्च अभियान चलाए हुए है. दरअसल आईएसआई के इशारे पर अमृतपाल सिंह और उसका खासमखास पप्पलप्रीत सिंह नेपाल सीमा तक पहुंचे थे. यहां दोनों को नेपाल सीमा में प्रवेश करना था. जिसके बाद आईएसआई के स्लीपर सेल की मदद से अमृतपाल और पप्पलप्रीत को किसी दूसरे देश के आईएसआई के शेल्टर हाउस में भेजा जाना था. भारत सरकार की सख्ती की वजह से अमृतपाल भारत-नेपाल सीमा पार नहीं कर सका.
मिशन सफल होता न देख पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने अमृतपाल को वापस पंजाब लौटने का इशारा किया. जिसके बाद वह वापस लौटा है. यहां से वह बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान में भागने की फिराक में है। आईएसआई पंजाब से सटी पाकिस्तान की सीमा से अमृतपाल को पाकिस्तान में लाने का प्रयास कर सकती है. अमृतपाल को सीमा पार पहुंचाने के लिए आईएसआई ने पाकिस्तान से सटे पंजाब के फाजिल्का, फिरोजपुर, तरनतारन, गुरदासपुर, अमृतसर और अजनाला के इलाकों में अपने स्लीपर सेलों को एक्टिव किया है.
आईएसआई ने जो प्लान बनाया है उसके मुताबिक पाकिस्तान जिस रूट से भारत में अपने स्लीपर सेलों को हथियार और नशे की खेप भेजता है, उसी रूट के माध्यम से अमृतपाल सिंह को पंजाब से निकालकर पाकिस्तान भेजने की तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं. 18 मार्च को पंजाब पुलिस ने अमृतपाल और उसके खालिस्तानी समर्थकों के खिलाफ अभियान शुरू किया था. तब से अमृतपाल फरार है. फरारी के दौरान वह लगातार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में रहा है. आईएसआई के साथ संपर्क में रखने में उसका सहयोगी और साथ में ही फरार चल रहा पप्पलप्रीत सिंह जरिया बना हुआ है।