Post Office MIS Scheme : अब होगी पैसों की बारिश, बुजुर्गों का टेंशन छू…

Post Office MIS Scheme : अब होगी पैसों की बारिश, बुजुर्गों का टेंशन छू…

नई दिल्ली, नवप्रदेश। सरकार पोस्ट के माध्यम से लोगों को कई तरह की सुविधाएं पहुचाती है। इसके लिए कइ योजनाएं संचालित की जा रही है। आज हम आपको ऐसे ही एक योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। इस योजना में आपको एकमुश्त पैसा करना होता है। ओर हर महीने पेंशन के रूप में राशि प्राप्त होती रहती है।

Post Office की एमआईएस स्कीम योजना में कम से कम 1000 रुपये के गुणक में पैसे जमा किये जाते हैं। इस स्कीम में आप अधिकतम 4.5 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं।

वहीं इस स्कीम की जॉइंट अकाउंट की अधिकतम सीमा 9 लाख रुपये रखी गई है। इस योजना के तहत अधिकतम 3 व्यक्ति सामूहिक रूप से एक ज्वाइंट अकाउंट खोल सकते हैं। यदि बच्चा नाबालिग है, तो उसके माता-पिता के नाम पर डाकघर एमआईएस योजना खाता खोला जा सकता है।

Post Office MIS Scheme10 साल के बाद बच्चे के नाम पर पोस्ट office MIS स्कीम ए/सी भी खोला जा सकता है। पोस्ट आॅफिस एमआईएस योजना के तहत कम से कम एक हजार रुपये जमा किए जा सकते हैं। मासिक बिलों का भुगतान किया जाता है। वर्तमान में ब्याज शुल्क 6.6% है।

Post Office की MIS स्कीम की मैच्योरिटी पीरियड 5 साल रखी गई है। डाकघर MIS योजना से खाता खोले जाने के 365 दिन बाद तक आप नकदी नहीं निकाल सकते हैं। अगर आप इसे 1-3 साल के दौरान बंद करना चाहते हैं तो आपके फंडामेंटल का 2 फीसदी काटा जा सकता है। वहीं, 3-5 साल के भीतर अंतिम खाते के लिए 1 फीसदी पेनाल्टी काटी जा सकती है।

MIS कैलकुलेटर के अनुसार, यदि डाकघर MIS योजना अ/उ में 50,000 रुपये का एकमुश्त जमा किया जाता है, तो उसे 5 साल के लिए प्रत्येक माह 275 रुपये यानी प्रत्येक वर्ष 3300 रुपये प्राप्त होंगे। यानी पांच साल में उसे कुल 16500 रुपये ब्याज के तौर पर मिलेंगे। अगर कोई व्यक्ति पोस्ट आॅफिस एमआईएस स्कीम में 1,00,000 रुपये जमा करता है, तो उसे हर महीने 550 रुपये, हर साल 6600 रुपये और पांच साल में 33000 रुपये मिलेंगे।

Post Office MIS Scheme A/C में Maturity से पहले अगर किसी खाताधारक की मौत हो जाती है. यानी अगर मौत हो जाती है तो यह Post Office MIS Scheme A/C बंद हो जाता है। ऐसे में नॉमिनी को मूलधन वापस कर दिया जाता है। पोस्ट ऑफिस की इस MIS Scheme में जमा करने पर सेक्शन 80C के तहत डिडक्शन का लाभ नहीं मिलेगा, पोस्ट ऑफिस से पैसे निकालने या ब्याज से होने वाली आय पर भी टीडीएस नहीं काटा जाता है. हालांकि, यह ब्याज आय पूरी तरह से taxable है।

JOIN OUR WHATS APP GROUP

डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *