Political Turmoil : महाराष्ट्र मेंं सियासी घमासान
Political Turmoil : महाराष्ट्र में सियासी घमासान थमने की जगह और तेज होता जा रहा है। शिवसेना मे फूंट पडऩी तय हो गई है। शिवसेना के बागी विधायक गुजरात से असम पहुंच गए है और इन बागी विधायकों की संख्या बढ़कर ४० हो चुकी है। बागी विधायको की अगुवाई करने वाले एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि शिवसेना के कुछ और विधायक भी उनके साथ आने वाले है।
इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Political Turmoil) लगातार अपने बचे खुचे विधायकों और सांसदों के साथ विचार विमर्श कर आगे की रणनीति तय करने में लगे हुए है। महाअघाड़ी सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार के साथ भी उनकी मंत्रण चल रही है लेकिन शरद पवार भी उनके लिए संकट मेाचक बन पाएंगे इसमें संदेह है। शरद पवार ने स्पष्ट कर दिया है कि यह शिवसेना का आंतरिक मामला है। रही बात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की तो वह महा अघाड़ह सरकार चलाने के लिए शिवसेना के साथ है लेकिन शिवसेना में जो कुछ चल रहा है उसे उद्धव ठाकरे को ही संभलना पड़ेग।
शरद पवार ने तो यहां तक कह दिया है कि उनकी पार्टी विपक्ष में बैठने के ल्रिए भी तैयार है। शरद पावर के इस बयान से साफ हो जाता है कि वे शिवसेना में चल रही अंतर्कलह से खुद के दूर रख रहे है। यह ठीक भी है। समस्या शिवसेना में है और इसका समाधान शिवसेना को ही ढूंढना पड़ेगा इसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी कुछ नहीं कर सकती। इस बीच शिवसेना के सांसद एवं प्रवक्ता संजय राउत ने यह ट्वीट कर के कि महाराष्ट्र विधानसभा भंग हो सकती है नया विवाद खड़ा कर दिया है।
यदि महाराष्ट्र विधानसभा भंग करने की सिफारिश की जाती है तो जाहिर है कि महाराष्ट्र में मध्यावधी चुनाव होंगे। सवाल यह उठता है कि मध्यावधी चुनाव के लिए शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कितनी तैयार है। इतनी जल्दी चुनाव के लिए शायद ही कोई तैयार हो। यदि विधानसभा भंग नहीं की जाती तो फिर सदन में उद्धव ठाकरे को बहुमत साबित करना होगा जो मुश्किल लग रहा है। उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना के मात्रब१६ विधायक बताए जाते है।
इनमेें से भी कुछ के टूटने का खतरा बना हुआ है। जाहिर है एकनाथ श्ंिादे के साथ शिवसेना के विधायकों का बहुमत है इसलिए उन्होने अब शिवेसना पर भी अपना दावा ठोक दिया है। महाराष्ट्र में पल पल राजनीतिक घटनाक्रम बदलता जा रहा है और ऐसे समय में महाराष्ट्र के राज्यपाल के अलावा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी कोरोना संक्र्रमित हो गए है।
एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल (Political Turmoil) को पत्र भेज कर उनसे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए फ्लोर टेस्ट कराने की मांग की है। उन्होने दावा किया है कि उनके पास शिवसेना के ४६ विधायकों का समर्थन है इसलिए असली शिवसेना वे ही है। यह बेहद रोचक स्थिति है ऐसे में महाराष्ट्र की राजनीति आगे क्या करवट लेगी यह देखना दिलचस्प होगा। रही बात भाजपा की तो वह पहले ही दूध की जली हुई है इसलिए छाछ को भी फूंक फूंक कर पी रही है और वेट एंड वाच कर रही है।