अखिल भारतीय बैंक अधिकारी महासंघ के 40वें स्थापना दिवस पर पीएनबी ने ध्वजारोहण कर मनाया

अखिल भारतीय बैंक अधिकारी महासंघ के 40वें स्थापना दिवस पर पीएनबी ने ध्वजारोहण कर मनाया

PNB celebrated the 40th foundation day of All India Bank Officers Federation by hoisting the flag

PNB celebrated the 40th foundation day

रायपुर/नवप्रदेश। PNB celebrated the 40th foundation day: अखिल भारतीय बैंक अधिकारी महासंघ के 40वें स्थापना दिवस पर पीएनबी ने ध्वजारोहण कर मनाया। एआईबीओसी की छत्तीसगढ़ राज्य इकाई ने पीएनबी मोतीबाग चौक रायपुर में 100 से अधिक अधिकारियों, जिनमें कई महिला अधिकारी भी शामिल थीं। सभी ने शपथ लेकर एआईबीओसी के मिशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य इकाई द्वारा, समाज में उत्कृष्ट योगदान के लिए 4 विशिष्ट व्यक्तियों को विशेष रूप से तैयार स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।

4 विशिष्ट व्यक्तियों का परिचय:

डॉ. जवाहर सुरिसेट्टी
शिक्षा विशेषज्ञ और भारत सरकार के सलाहकार जिन्हें द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा शीर्ष 24 नीति निर्माताओं में से एक के रूप में मान्यता दी गई है। उनकी प्रमुख पहलों में ‘रिलीजन ऑफ यूथ’, जो वंचित युवाओं पर केंद्रित है, और ‘माय बेटी’, जो लड़कियों के स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देती है, शामिल हैं। उनकी यूएन वैश्विक यात्रा ‘एक्सप्लोरा’ ने 1 लाख युवाओं और 2 लाख माता-पिता तक पहुंच बनाई है, और उनका कार्य संयुक्त राष्ट्र के एनडीजी वार्षिक रिपोर्ट में शामिल किया गया है।

श्री अरुण देव गौतम, आईपीएस:

महानिदेशक होमगाड्र्स, फायर एवं इमरजेंसी सर्विसेज, एसडीआरएफ और निदेशक अभियोजन, छत्तीसगढ़ : बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस महानिरीक्षक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने नकद परिवहन की चुनौतियों का समाधान किया। सड़क बाधाओं के कारण बैंक शाखाओं में नकद पहुंचाना बाधित हो गया था। श्री गौतम ने सरकार के साथ समन्वय कर हेलीकॉप्टरों के माध्यम से आरबीआई नागपुर/रायपुर से नकद को सुरक्षित रूप से दूरस्थ क्षेत्रों में भेजने की व्यवस्था की। उन्हें 2002 में कोसोवो में अपनी सेवा के लिए संयुक्त राष्ट्र पदक से भी सम्मानित किया गया है।

डॉ. पूर्णेंदु सक्सेना:

छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित अस्थि रोग विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता: जिन्होंने आदिवासी गांवों में जागरूकता अभियानों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे एक राष्ट्रवादी विचारक हैं, जो भारत की सांस्कृतिक धरोहर, संप्रभुता और आत्मनिर्भरता के प्रबल समर्थक हैं। उनके लेखन और भाषण राष्ट्रवाद, आर्थिक स्वतंत्रता और सामाजिक सुधार पर केंद्रित हैं।

डॉ. विक्रम सिंह सिसोदिया:

छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के महासचिव और छत्तीसगढ़ बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष: जिन्होंने राज्य में खेलों के प्रचार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्हें हाल ही में खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वे भारतीय ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव रह चुके हैं और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान भारत के दलप्रमुख थे, जहाँ भारत ने पदक तालिका में तीसरा स्थान हासिल किया। डॉ. सिसोदिया सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मजबूत समर्थक हैं और उन्होंने हमेशा बैंकरों के हितों को बढ़ावा दिया है।

इस अवसर पर एआईबीओसी छत्तीसगढ़ राज्य इकाई के सचिव श्री वाई. गोपाल कृष्ण ने उन दूरदर्शी नेताओं के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने एक मजबूत अधिकारी संघ -एआईबीओसी की नींव रखी। जिसने अपने गठन के बाद से बैंक अधिकारियों के हितों की रक्षा के लिए निरंतर प्रयास किया है। जिसका परिणाम 8 मार्च 2024 को आईबीए के साथ ऐतिहासिक 9वें जॉइंट नोट के हस्ताक्षर के रूप में सामने आया।

देश के विभिन्न हिस्सों में स्थानीय असामाजिक तत्वों द्वारा हुए बैंक अधिकारीयों पर हो रहे हमलों के बीच,श्री गोपाल कृष्ण ने सरकार से बैंकर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने बैंक अधिकारियों की गरिमा और अधिकारों की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और साथ ही नागरिक-केंद्रित, समावेशी और न्यायसंगत बैंकिंग सेवाओं के पक्ष में अपनी बात रखी।

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