Omicron : ओमिक्रॉन की भारत में दस्तक…
Omicron : कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने आखिरकार भारत में भी दस्तक दे दी। दक्षिण अफ्रिका से लौटे दो लोग कर्नाटक में ओमिक्रॉन से ग्रसित पाए गए है। उन लोगों ने लगभग 40 लोगों से मुलाकात भी की थी, उन सब लोगों की भी पहचान कर ली गई है और उन्हे क्वारंटाईन कर दिया गया है। यह तो वो मामला है जो सामने आ गया।
पिछले एक सप्ताह के दौरान विदेशों से न जाने और कितने लोग अपने साथ ओमिक्रॉन लेकर आ गए होंगे और अब तक न जाने कितने लोगों ने संक्रमण फैला चुके होंगे। न सिर्फ दक्षिण अफ्रीका बल्कि दुनिया के लगभग २३ देशों में ओमिक्रॉन ने अपने पांव पसार लिए है और इन देशों से प्रतिदिन लोगों का भारत आना जाना लगा हुआ है।
अब जबकि ओमिक्रॉन को लेकर सारी दुनिया में सतर्कता बरती जा रही है और नेपाल सहित कई देशों ने अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी है तो भारत सरकार को भी चाहिए कि वह अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने पर विचार करें और विदेशों से आने वाले प्रत्येक नागरिक की कोरोना टेस्टिंग सुनिश्चित करें अन्यथा भारत में भी ओमिक्रॉन का कहर टूट सकता है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर भी भारत में विदेशो से ही आई थी और अब ओमिक्रॉन (Omicron) भी विदेशों से ही आ रहा है इसलिए सतर्कता और सावधानी बरतना निहायत जरूरी है क्योंकि ओमिक्रॉन कितना खतरनाक है अभी इस बारे में ठीक से किसी को कुछ पता नहीं है।
इसपर अभी तक रिसर्च चल रही है। एक बात ही स्पष्ट हुई है कि कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैलता है जो भारत जैसे विशाल आबादी वाले देश के लिए खतरनाक सिद्ध हो सकता है। इसलिए ओमिक्रॉन को लेकर विशेष सावधानी बरतनी निहायत जरूरी है। कर्नाटक और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में ओमिक्रॉन को लेकर नई गाईड लाईन जारी की है। इस मुद्दे पर संसद में भी चर्चा हो रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उच्च स्तरीय बैठक की है।
बेहतर होगा कि केन्द्र सरकार ओमिक्रॉन (Omicron) के खतरे को ध्यान में रखकर उन सभी राज्यों के साथ चर्चा करें जहां कोरोना की पहली और दूसरी लहर कहर ढा चुकी है वहां खासतौर पर एहतियात बरतने की आवश्यकता है। इसके साथ ही पूरे देश के लिए नई गाईड लाईन जारी की जाए और जब तक ओमिक्रॉन का खतरा नहीं टल जाता तब तक सभी तरह के धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों के कोरोना गाईड लाईन का कड़ाई पूर्वक पालन सुनिश्चित किया जाएं। तभी हम कोरोना के इस नए वेरिएंट से सुरक्षित रह पाएंगे।